
मुंबई के मलाड से कारोबारी का अपहरण करने वाले पुलिस के हत्थे चढ़े.
Mumbai Crime : मुंबई में कारोबारी के सरेआम अपहरण की घटना को पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से सुलझाते हुए पांच अपहरणकर्ताओं को दबोच लिया है. रविवार 11 अक्टूबर की शाम मलाड पूर्व के दिंडोशी बस डिपो के पास मर्सिडीज में सवार राकेश पांडे को कुछ लोग अगवा कर ले गए थे. सरेआम अपहरण की घटना से अवाक पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और अपराधियों की पहचान कर उन्हें दबोच लिया.
कुरार पुलिस के मुताबिक, घटनास्थल पर वारदात के एक व्यक्ति ने पुलिस को फोन किया लेकिन जब तक पुलिस पहुंचती तब तक अपहरणकर्ता राकेश को दूसरी कार में बैठाकर फरार हो चुके थे. कुरार पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज खंगाला. मामला कारोबारी के अपहरण का था तो क्राइम ब्रांच ने भी जांच शुरू कर दी. क्राइम ब्रांच यूनिट 12 के सीनियर पी आई महेश तावड़े की टीम को सीसीटीवी फुटेज में एक आरोपी का हुलिया जाना पहचाना लगा. उसकी तलाश शुरू की और फिर तकनीकी सर्विलांस की मदद से अलग-अलग जगहों से सभी पांच आरोपियों गिरफ्तार कर लिया गया.
कार में मिले पीड़ित के फोन से पुलिस ने उसके घरवालों से संपर्क किया और उसकी पहचान पता की. इससे खुलासा हुआ कि अपहृत व्यक्ति के खिलाफ भी मुंबई और ठाणे के कई पुलिस थानों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं. दूसरे दिन पीड़ित राकेश पांडे पुलिस को नासिक में गोटी के पास मिल गया लेकिन उसने आरोपियों के बारे में कोई जानकारी नही होने की बात कही.
अपराधियों के पकड़े जाने पर पूरे प्रकरण का खुलासा हुआ. क्राइम ब्रांच डीसीपी अकबर पठान के मुताबिक मुख्य आरोपी प्रदीप सुनील सरोदे के खिलाफ पहले से 10 अपराधिक मामले दर्ज हैं. अहमद नगर निवासी सरोदे के पिता से पीड़ित व्यक्ति ने बड़ी रकम उधार ली थी लेकिन न तो काम करवाया और न ही रुपये वापस कर रहा था. इससे नाराज होकर उसे डराने-धमकाने के लिए सरोदे ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर राकेश पांडे का अपहरण किया और फिर उसे धमका कर छोड़ दिया.