
ब्रिटेन में भारतीय किसानों के समर्थन में हुई रैली (प्रतीकात्मक फोटो)
खास बातें
- सिख एक्टिविस्ट यूके ने आयोजित की थी रैली
- रैली में कोविड के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सैकड़ों लोग जुटे
- भारत में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे पंजाब के किसानों का समर्थन किया
ब्रिटेन में पंजाब के किसानों के समर्थन में पिछले हफ्ते रैली आयोजित की गई. इस रैली में कृषि कानूनों का विरोध किया गया. हालांकि कोरोना काल में किसानों की रैली कर सैकडों लोगों की भीड़ जुटाना ब्रिटिश सिख नेता को महंगा पड़ गया. लंदन पुलिस ने उस पर दस हजार पाउंड (9.5 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया है.
‘सिख एक्टिविस्ट्स यूके' की दीपा सिंह ने पंजाब के किसानों के साथ एकजुटता दिखाते हुए पश्चिम लंदन में किसान रैली आयोजित की थी. हालांकि कोविड-19 पाबंदियां इस दौरान लागू थीं. पुलिस ने चार अक्टूबर को उन्हें जुर्माने का नोटिस थमाया था. जुर्माने से नाराज सोशल मीडिया पर सिंह ने कहा कि कोविड-19 पाबंदियों के बावजूद भीड़ जुटाने को लेकर यह जुर्माना लगाया गया। जबकि हम पंजाब के अपने किसानों के साथ एकजुटता से खड़े हैं.समूह ने रैली में बड़ी संख्या में लोगों के उमड़ने को लेकर अपने समर्थकों का शुक्रिया अदा किया.
दरअसल, पश्चिम लंदन स्थित साउथॉल में ब्रिटेन की राजधानी की सर्वाधिक सिख आबादी रहती है. भारत के नए कृषि कानूनों के खिलाफ यहां चार अक्टूबर को हुई रैली में कार, ट्रक और मोटरबाइक का रेला लग गया था.संगठन का कहना है कि रैली में शामिल हुआ हर कोई पंजाब में हमारे परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा था है.
लंदन पुलिस ने कहा कि कोरोना वायरस से जुड़ी पाबंदियों के तहत प्रदर्शन को छूट प्राप्त नहीं है. पिछले कुछ हफ्तों और महीनों में लंदन में लॉकडाउन के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान इसी तरह का जुर्माना लगाया गया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)