
Hathras Rape Case: स्वास्थ्य विभाग की टीम को बैरंग लौटना पड़ा.
खास बातें
- पीड़िता की बहन को खांसी की शिकायत
- परिवार का कोरोना टेस्ट कराने से इनकार
- स्वास्थ्य विभाग की टीम को घर से लौटाया
हाथरस गैंगरेप मामले (Hathras Gang Rape Case) की जांच जारी है. केस की जांच का जिम्मा SIT को सौंपा गया है. SIT ने गांव के 40 लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था. इनमें से काफी लोगों से पूछताछ की जा चुकी है. वहीं पीड़िता की बहन को खांसी की शिकायत है. हाथरस स्वास्थ्य विभाग की टीम शुक्रवार को उनका कोरोनावायरस (Coronavirus) टेस्ट करने पहुंची थी लेकिन बहन ने टेस्ट कराने से इनकार कर दिया. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां से लौट गई. हाथरस गए कुछ पुलिसकर्मी, पत्रकार और नेता भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक कुलदीप कुमार पर कोरोना संक्रमित होने के बावजूद हाथरस जाने का आरोप लगा था. जिसके बाद कुलदीप ने BJP पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने सफाई दी कि कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद वह हाथरस गए थे. हाथरस पुलिस ने उनके खिलाफ संक्रमण के बावजूद लोगों से मिलने को लेकर केस दर्ज किया है.
कुलदीप कुमार ने कहा, 'मुझे सूचना मिली कि हाथरस पुलिस ने मेरे खिलाफ केस दर्ज किया है. ये बीजेपी के नेताओं और आईटी सेल ने मिलकर दुष्प्रचार फैलाया है कि AAP विधायक कोरोना संक्रमित होकर हाथरस गए हैं, जबकि नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही मैं हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने गया हूं.' विधायक ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की आरोपियों को बचाने के लिए की जा रही कवायद से पूरा दलित समुदाय आहत है. योगी सरकार कितना भी दम लगा ले, वह उस बेटी को न्याय दिलाकर रहेंगे. न्याय की लड़ाई जारी रहेगी.
VIDEO: हाथरस कांड : पीड़ित परिवार ने अस्थि विसर्जन से किया इनकार