
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
जहर खुरानी गंभीर अपराधों की श्रेणी में आता है. इस अपराध को करने वाले कई भोले भालों की जान ले चुके हैं. सेन्ट्रल दिल्ली के कमला मार्केट थाने ने जहर खुरानी करने वाले एक कुख्यात गैंग के 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह गैंग स्टेशनों पर यात्रियों को अपना शिकार बनाता था. पिछले साल 13 अक्टूबर को एक भारतीय सेना के सिपाही को इस गैंग ने जहर खुरानी का निशाना बनाया था. सेना के सिपाही जय प्रकाश पांडेय बिहार से आए और नई दिल्ली स्टेशन से ऑटो पकड़कर पुरानी दिल्ली स्टेशन के रवाना हुए. इसी दौरान आगे जाकर ऑटो चालक ने शेयरिंग में कुछ और लोगों को बैठा लिया. रास्ते में इन लोगों ने सेना के जवान से अपनापन दिखाकर उसको गोल्ड ड्रिंक पिला दी. कोल्ड ड्रिंकत पीते ही वह थोड़ी देर में बेहोश हो गया. इसके बाद वे उसे बीच रास्ते में उतारकर उसका सारा समान लेकर फरार हो गए जिसमें बैंक के एटीएम कार्ड भी थे.
जब इस सेना के जवान को होश आया तो उसने इसकी शिकायत कमला मार्केट थाने में दर्ज करवाई. इसके बाद इस जवान के एटीएम से 5 लाख से ज्यादा की रकम निकाल ली गई. सेना के जवान के साथ जहर खुरानी के बाद लूट की वारदात को गंभीरता से लेते हुए पुलिस इसकी जांच में जुट गई. कमला मार्किट एसीपी अनिल कुमार, थाना इंचार्ज लेखराज ने इस केस की जांच नए तरीके से सब इंस्पेक्टर महेश कुमार, हवलदार संदीप चावला को सौंपी. सब इंस्पेक्टर महेश कुमार और हवलदार संदीप चावला ने 11 महीने के बाद इन अपराधियों को ढूंढ निकाला.
इन आरोपियों ने नोएडा के एटीएम से पहली रकम निकाली थी वहां की CCTV से पुलिस ने तस्वीरें निकाल कर इनकी तलाश जारी रखी थी उसी के आधार पर इस गैंग का पर्दाफाश करने में कामयाबी हासिल हुई.
इस जहर खुरानी गैंग का सरगना अशफाक, कपिल, संतोष, तथा ऑटो चालक राजेश जो इस गैंग के लिए काम करता था, को गिरफ्तार कर लिया. इनसे पूछताछ से पता चला कि इस गैंग में कई लोग शामिल हैं. 13 अक्टूबर को इन आरोपियों ने सेना के सिपाही जय पांडे को नशे की गोली डालकर कोल्ड ड्रिंक पिला दी थी इसके बाद उसके बैंक एटीएम कार्ड के पीछे पासवर्ड लिखा हुआ था जिससे इन्होंने कुछ रकम खुद निकाली बाकी अपने साथियों के खातों में ट्रांसफर कर दी. इस तरह इस जहर खुरानी गैंग ने पांच लाख से ज्यादा की रकम एटीएम से निकाल ली थी.
पुलिस ने चारों आरोपियों को अदालत में पेश किया. अदालत ने कपिल और राजेश को हवालात भेज दिया है और अशफाक और संतोष को पुलिस रिमांड पर भेज दिया.