
प्रतीकात्मक तस्वीर
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में जिस व्यापारी ने अपना वीडियो वायरल कर आरोप लगाया था कि ज़िले के एसपी मणिलाल पाटीदार उसकी हत्या करवाना चाहते हैं, आज उस व्यापारी की मौत हो गई. व्यापारी का वीडियो वायरल करने के दो दिन बाद उसे गोली मार दी गई थी. गोली उनकी गर्दन में लगी और उन्हें इलाज के लिए कानपुर में भर्ती किया गया था, जहां आज उनकी मौत हो गई.
इस मामले में पहले एसपी को ससपेंड किया गया था और फिर उन पर व्यापारी की हत्या की साज़िश और हत्या की कोशिश करने का मुकदमा कायम हुआ था. महोबा के व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी का क्रशर है और वह माइनिंग के किये विस्फोटक सप्लाई करने का काम करते है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी इस घटना को लेकर राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधा है.
भाजपा शासन में व्याप्त भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करनेवाले व्यापारी श्री इन्द्रकांत त्रिपाठी की हत्या ने साबित कर दिया है कि शासन की ‘ठोको नीति', पुलिस-प्रशासन के ‘फ़ेक एनकाउंटर', विपक्षी राजनीतिज्ञों के ऊपर ‘झूठे मुक़दमों' की भाजपाई नीति से उप्र किस गर्त में चला गया है. #NoMoreBJP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 13, 2020
5 तारीख को इद्रकांत त्रिपाठी एक वीडियो वायरल कर आरोप लगाया था कि वह एसपी मणिलाल पाटीदार के दबाव में उन्हें 6 लाख रुपये महीना घूस देते हैं. लेकिन धंधा मंदा हो जाने की वजह से जब उन्होंने आगे से घूस देने में मजबूरी ज़ाहिर की तो एसपी ने उनसे कहा कि "अगर पैसा नहीं दोगे तो तुम्हें गोली मरवा देंगे. हमारे पास इतनी बड़ी फ़ोर्स है कि कोई तुम्हें कहीं भी गोली मार देगा."
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इन्द्रकांत ने वीडियो में कहा था कि "अगर मेरी हत्या होती है तो उसके लिए एसपी मणिलाल पाटीदार ज़िम्मेदार होंगे."
वीडियो वायरल करने के दो दिन बाद 8 तारीख को इन्द्रकांत को महोबा में गोली मार दी गई. हालात गंभीर होने की वजह से उन्हें कानपुर में भर्ती कराया गया था. इन्द्रकांत को गोली मार जाने के बाद 9 तारीख़ को सरकार ने एसपी मणिलाल पाटीदार को ससपेंड कर दिया था. शनिवार को एसपी के खिलाफ व्यापारी की हत्या की कोशिश करने और हत्या की साज़िश की एफ़आईआर भी दर्ज हो गई थी.