मध्यप्रदेश उपचुनाव : कमलनाथ ने मंदिर में की पूजा, कांग्रेस का चुनाव प्रचार अभियान शुरू

Madhya Pradesh By Election: भाजपा ने कहा कि वह 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार अभियान और उम्मीदवारों की घोषणा औपचारिक तौर पर जल्द ही कर देगी

मध्यप्रदेश उपचुनाव : कमलनाथ ने मंदिर में की पूजा, कांग्रेस का चुनाव प्रचार अभियान शुरू

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (फाइल फोटो).

भोपाल:

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में 27 विधानसभा सीटों पर आगामी उपचुनाव के मद्देनज़र प्रदेश कांग्रेस (Congress) के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने आगर-मालवा जिले में स्थित प्रसिद्ध बगलामुखी देवी माता मंदिर में शनिवार को पूजा अर्चना करने के बाद कांग्रेस का चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया. इस अवसर पर उनके साथ कांग्रेस के दो वरिष्ठ विधायक सज्जन सिंह वर्मा और जयवर्धन सिंह ने भी मंदिर में पूजा अर्चना की.

इससे पहले कांग्रेस ने शुक्रवार को 15 विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. हालांकि निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में उपचुनाव का कार्यक्रम फिलहाल घोषित नहीं किया है लेकिन सत्ता पक्ष भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस अपनी तैयारियों में जुट गए हैं. प्रदेश भाजपा (BJP) के प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा चुनाव प्रचार अभियान और उम्मीदवारों की घोषणा औपचारिक तौर पर जल्द ही कर देगी.''

प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा, ‘‘समृद्ध मध्य प्रदेश के लिए बगलामुखी देवी माता मंदिर में प्रार्थना के साथ हमने अपना प्रचार अभियान शुरू कर दिया है.'' मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद कमलनाथ ने आगर विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार विपिन वानखेड़े के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया. भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल के निधन से यहां उपचुनाव कराना पड़ रहा है. कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर विपिन इसी सीट से भाजपा उम्मीदवार ऊंटवाल से विधानसभा के आम चुनाव में 27 हजार मतों से पराजित हुए थे. 

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कमलनाथ और दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश के सबसे बड़े गद्दार : ज्योतिरादित्य सिंधिया

मार्च माह में कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र देने के बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई थी. त्यागपत्र देने वाले कांग्रेस के अधिकतर विधायक मार्च में भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं. त्यागपत्र देने के बाद ये सभी विधायक भी भाजपा में शामिल हो गए थे. कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी थी.