
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फोटो(सोशल मीडिया)


वाशिंगटन: सीमा विवाद को लेकर भारत से बढ़ते तनाव के बाद चीन की मुश्किलें लगातार बढती ही जा रही हैं। चीन की विस्तारवादी नीतियों से भारत और अमेरिका समेत कई बड़े मुल्क पहले से खफा हैं।
भारत दूसरे मुल्कों के साथ रक्षा सौदा करके अपनी ताकत लगातार बढ़ा रहा है। वहीं अमेरिका ने हिंद महासागर में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मालदीव के साथ रक्षा सहयोग को लेकर समझौता किया है।
फिलाडेल्फिया में 10 सितंबर को दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिये उप सहायक रक्षा मंत्री रीड वर्नर और मालदीव की रक्षामंत्री मारिया दीदी ने रक्षा व सुरक्षा समझौते के लिये प्रारूप पर हस्ताक्षर किये।

ये भी पढ़ें: मुंबई: अस्पताल से डिस्चार्ज हुए मदन शर्मा, कहा- कानून व्यवस्था नहीं संभल रहा तो इस्तीफा दें
अमेरिका लगातार बढ़ा रहा अपनी ताकत
इसकी जानकारी शुक्रवार को अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की तरफ से दी गई। यह समझौता ऐसे समय पर हुआ है जब ट्रंप प्रशासन क्षेत्र में चीन की बढ़ती मौजूदगी का मुकाबला करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपनी ताकत को और भी ज्यादा मजबूत कर रहा है।
इस करार के बारे में जानकारी देते हुए अमेरिका के रक्षा विभाग ने कहा, ‘यह रूपरेखा हिंद महासागर में शांति व सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दोनों देशों के गहरे संबंधों और सहयोग को निर्धारित करने के साथ ही रक्षा साझेदारी की दिशा में आगे की तरफ बढ़ाया गया एक अहम कदम है।’
दोनों के बीच पहले ‘रक्षा और सुरक्षा संवाद’ का कार्यक्रम तय करने को लेकर भी सहमति बनी। पेंटागन ने कहा कि दोनों पक्षों ने स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई।’

ये भी पढ़ें: सपा नेता का BJP पर हमला, कहा- हर मोर्चे पर विफल हुई योगी सरकार
भविष्य में सहयोग की गुंजाइश पर भी चर्चा
एक बयान में बताया गया कि मारिया दीदी ने कहा कि मालदीव सरकार इस प्रारूप को मालदीव और अमेरिका के बीच रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र के अहम समझौते के रूप में देखती है। वर्नर और दीदी ने इस द्वीपीय राष्ट्र के कोविड-19 से निपटने में अमेरिका की सहायता के साथ ही उन विषयों पर भी चर्चा की जिनमें भविष्य में सहयोग की गुंजाइश है।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, इस करार में द्विपक्षीय गतिविधियों, वरिष्ठ नेताओं के स्तर पर संवाद, भागीदारी और समुद्री क्षेत्र में सहयोग, प्राकृतिक आपदा, राहत कार्यों में सहयोग के पहलू भी शामिल हैं।
ये भी पढ़ें: बॉस की करतूत: कर्मचारी के साथ की ऐसी हरकत, जानकर दबा देंगे दांतों तले उंगली
न्यूजट्रैक के नए ऐप से खुद को रक्खें लेटेस्ट खबरों से अपडेटेड । हमारा ऐप एंड्राइड प्लेस्टोर से डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें – Newstrack App
न्यूजट्रैक के नए ऐप से खुद को रक्खें लेटेस्ट खबरों से अपडेटेड । हमारा ऐप एंड्राइड प्लेस्टोर से डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें - Newstrack App