
दिल्ली पुलिस ने कंपनी के CMD और निदेशक को गिरफ्तार किया है. (सांकेतिक तस्वीर)
खास बातें
- 'बाइक बोट' स्कीम के नाम पर ठगी
- स्कीम के नाम पर 42000 करोड़ ठगे
- दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े दो आरोपी
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की आर्थिक अपराध शाखा ने 'बाइक बोट' स्कीम के जरिए करीब 42 हजार करोड़ रुपये की ठगी करने वाले गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटिड के सीएमडी संजय भाटी और निदेशक राजेश भारद्वाज को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी जांच कर रहा है. आर्थिक अपराध शाखा के जॉइंट सीपी ओपी मिश्रा के मुताबिक, इस कंपनी के खिलाफ कई लोगों ने शिकायत देते हुए बताया कि इस कंपनी का ऑफिस गौतम बुद्ध नगर के दादरी में है. आरोपियों ने शिकायत करने वाले लोगों को झांसा दिया था कि अगर वह एक बाइक पर 62 हजार रुपये निवेश करेंगे तो उन्हें 1 साल तक 9500 रुपये मिलेंगे. साथ ही बाइक के किराए से जो कमाई होगी वो भी मिलेगी.
लालच में आकर सैकड़ों लोगों ने निवेश कर दिया. जनवरी 2019 में कंपनी ने एक और स्कीम शुरू की, जिसके तहत इलेक्ट्रिक बाइक पर 1 लाख 24 हजार रुपये निवेश करने पर हर महीने 1 साल तक 17 हजार रुपये मिलने की बात कही गई और कहा गया कि निवेशकों को बाइक की रेंटल इनकम भी मिलेगी. शुरुआत में कई लोगों को पैसा दिया भी गया लेकिन बाद में आरोपी लोगों का पैसा लेकर गायब हो गए.
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जांच में पता चला कि अकेले दिल्ली के ही करीब 8 हजार लोगों का 250 करोड़ से ज्यादा रुपया ठगा गया है. कंपनी के अलग-अलग बैंकों में अकाउंट डिटेल्स खंगाले गए हैं. पता चला है कि ठगी के पैसे से कई संपत्तियां ली गई हैं. आरोपियों के खिलाफ यूपी और दूसरे राज्यों में भी केस दर्ज हैं. आरोपियों की कंपनी आरबीआई में भी रजिस्टर्ड नहीं थी. इस घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच प्रवर्तन निदेशालय भी कर रहा है. दोनों आरोपी गौतम बुद्ध नगर की लुकसर जेल में ठगी के मामले में ही बंद हैं. अब दिल्ली पुलिस ने उन्हें अपने केस में गिरफ्तार किया है.
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