
योगी सरकार पर मायावती ने फिर साधा निशाना, ब्राह्मणों, दलितों व मुसलमानों को लेकर कहा (file photo)


लखनऊ: ब्राह्मणों, दलितों तथा महिलाओं के उत्पीड़न का आरोप लगाकर यूपी की योगी सरकार पर लगातार हमलावर हो रही बसपा अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर इन्ही मुद्दों पर योगी सरकार को कठघरे में खड़ा किया हैं। बसपा सुप्रीमों मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि जौनपुर में डॉ. अम्बेडकर की मूर्ति तोड़े जाने पर कहा कि दलित समाज के संतों की मूर्तियां खंडित की जा रही है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में किए गए ब्राह्मणों व दलितों के उत्पीड़न की तरह ही भाजपा सरकार में ब्राह्मणों व दलितों के साथ मुसलमानों का भी उत्पीड़न किया जा रहा है।
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1. सपा सरकार में जैसे ब्राह्मणों व दलितों का चुन-चुन कर उत्पीड़न किया गया था तो अब वैसे ही वर्तमान भाजपा सरकार में भी इनके साथ-साथ मुसलमानों का भी काफी उत्पीड़न किया जा रहा है। इनको जबरन् गलत मामलों में फँसाया जा रहा है, जो अति दुःखद। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) September 4, 2020
मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा
मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा, सपा सरकार में जैसे ब्राह्मणों व दलितों का चुन-चुन कर उत्पीड़न किया गया था तो अब वैसे ही वर्तमान भाजपा सरकार में भी इनके साथ-साथ मुसलमानों का भी काफी उत्पीड़न किया जा रहा है। इनको जबरन् गलत मामलों में फंसाया जा रहा है, जो अति दुखद है। बसपा प्रमुख ने आगे कहा कि साथ ही, जिस प्रकार से सपा सरकार में दलितों के मसीहा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर व इनके महान सन्तों व गुरुओं की मूर्तियां तोड़ी गईं तथा उनके नाम पर रखे गये जिलों व संस्थानों आदि के नाम भी काफी बदल दिये गये।
ठीक उसी प्रकार से अब वर्तमान भाजपा सरकार भी चल रही है

उन्होंने कहा कि ठीक उसी प्रकार से अब वर्तमान भाजपा सरकार भी चल रही है। अब तो उनके मसीहा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की भी मूर्तियां तोड़ी जा रही है, जिसके पहले वाराणसी की व अब जौनपुर की घटना अति-निन्दनीय। उन्होंने सरकार से इस मामले में उचित कदम उठाने की मांग की है।
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बता दे कि पिछले कुछ समय से लगातार योगी सरकार पर ब्राह्मण व दलित विरोधी होने के आरोप लगाए जा रहे हैं। हाल ही में आम आदमी पार्टी के सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने खुले तौर पर आरोप लगाया था कि यूपी में सिर्फ ठाकुरों के लिए सरकार चल रही है और ब्राह्मणों को निशाना बनाया जा रहा है। इसके बाद उनके खिलाफ यूपी के आठ जिलों में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। बाद में संजय सिंह ने मामले को लेकर राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की थी।
मनीष श्रीवास्तव
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