Mother Teresa: 'मुस्कुराहट से ही शांति की शुरुआत होती है', मदर टेरेसा की जयंती पर जानिए उनके 10 विचार

Mother Teresa Birth Anniversary: बीसवीं सदी में जन्म लेने वाले लोगों को सदा इस बात का गुरूर रहेगा कि उन्होंने उस दौर में सांस ली है, जिस दौर में मदर टेरेसा (Mother Teresa) जैसी महान विभूति इस दुनिया में थीं.

Mother Teresa: 'मुस्कुराहट से ही शांति की शुरुआत होती है', मदर टेरेसा की जयंती पर जानिए उनके 10 विचार

Mother Teresa Birth Anniversary: ये हैं मदर टेरेसा के 10 अनमोल विचार.

नई दिल्ली:

Mother Teresa Birth Anniversary: बीसवीं सदी में जन्म लेने वाले लोगों को सदा इस बात का गुरूर रहेगा कि उन्होंने उस दौर में सांस ली है, जिस दौर में मदर टेरेसा (Mother Teresa) जैसी महान विभूति इस दुनिया में थीं. 26 अगस्त 1910 की तारीख इतिहास में भारत रत्न मदर टेरेसा के जन्मदिन (Mother Teresa Birthday) के तौर पर दर्ज है. आज ही के दिन यानी 26 अगस्त साल 1910 में मदर टेरेसा का जन्म हुआ था. मदर टेरेसा कैथोलिक नन थी. उन्होंने गरीबों और बीमारी से पीड़ित रोगियों के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था. मदर टेरेसा दुनिया के लिए शांति की दूत थीं. उन्हें साल 1979 में 17 अक्टूबर (October 17) को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.  भारत पर विशेष रूप से स्नेह रखने वाली मां टेरेसा (Mother Teresa) ने 1948 में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता ली और 1980 में उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया. मदर टेरेसा के सीखों ने समाज में शांति और प्रेम बनाए रखने का काम किया है. आज मदर टेरेसा के जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनके द्वारा दी गई कुछ सीखों के बारे में बता रहे हैं, जो आपको बेहतर और सफल इंसान बनाने में मदद करेंगी. 

ये हैं मदर टेरेसा द्वारा दी गईं खास सीख

1. कल तो चला गया, आने वाला कल अभी आया नहीं, हमारे पास केवल आज है. आइए, शुरुआत करें.

2. भगवान यह अपेक्षा नहीं करते कि हम सफल हों, वे तो केवल इतना चाहते हैं कि हम प्रयास करें.

3. आप जहां भी जाएं वहां प्यार फैलाएं. जो आपके पास आए वह खुश होकर ही लौटे.

4. छोटी-छोटी बातों में विश्वास रखें, क्योंकि इनमें ही आपकी शक्ति निहित है. यही आपको आगे ले जाती हैं. 

5. हम कभी नहीं जान पाएंगे कि एक छोटी-सी मुस्कान कितना भला कर सकती है और कितनों को खुशी दे सकती है.

6. अपना प्रेम संदेश बार-बार सुना जाएं तो उसे बार-बार कहें. ठीक उसी तरह जिस तरह दिए को जलाए रखने के लिए बार-बार तेल डालना जरूर होता है.

7. मुस्कुराहट से ही शांति की शुरुआत होती है.

8. लोग अवास्तविक, विसंगत और आत्मा केन्द्रित होते हैं फिर भी उन्हें प्यार दीजिये.

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9. सबसे बड़ी बीमारी कुष्ठ रोग या तपेदिक नहीं है , बल्कि अवांछित होना ही सबसे बड़ी बीमारी है.

10. सबसे भयानक गरीबी अकेलापन है.