पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में रिक्टर पैमाने पर 4.1 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए

पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए हैं. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.1 दर्ज की गई है.हालांकि अभी तक किसी प्रकार के जान माल के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है.

पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में रिक्टर पैमाने पर 4.1 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल (West Bengal) के दुर्गापुर में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए हैं. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.1 दर्ज की गई है.हालांकि अभी तक किसी प्रकार के जान माल के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है. 

भूकंप आने पर क्या करें क्या न करें...
भूकंप आने के वक्त यदि आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें. जब तक झटके खत्म न हों, बाहर ही रहें. चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. ऐसे पुल या सड़क पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो.

Alaska earthquake : अलास्का में 7.8 तीव्रता का भूकंप, सुनामी की चेतावनी : USGS

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं. मज़बूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे पनाह लें. टेबल न होने पर हाथ से चेहरे और सिर को ढक लें. घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें. बिस्तर पर हैं तो लेटे रहें, तकिये से सिर ढक लें. आसपास भारी फर्नीचर हो तो उससे दूर रहें. लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचें, पेंडुलम की तरह हिलकर दीवार से टकरा सकती है लिफ्ट और बिजली जाने से भी रुक सकती है लिफ्ट. कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें, आमतौर पर इमारतों में बनी सीढ़ियां मज़बूत नहीं होतीं. झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें.

अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो माचिस हरगिज़ न जलाएं क्‍योंकि इस दौरान गैस लीक होने का खतरा हो सकता है. हिलें नहीं, और धूल न उड़ाएं. किसी रूमाल या कपड़े से चेहरा ज़रूर ढक लें. किसी पाइप या दीवार को ठकठकाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके. यदि कोई सीटी उपलब्ध हो तो बजाते रहें. यदि कोई और जरिया न हो, तो चिल्लाते रहें, हालांकि चिल्लाने से धूल मुंह के भीतर जाने का खतरा रहता है, सो, सावधान रहें.