
Coronavirus Cases in India: देश में कोरोनावायरस के मामले बढ़ रहे हैं. (फाइल फोटो)
खास बातें
- देश में कोरोना के 69,239 नए मामले
- 24 घंटे में 912 कोरोना मरीजों की मौत
- 206 दिन में सामने आए 30 लाख केस
भारत समेत दुनियाभर के 180 से ज्यादा देशों में कोरोनावायरस (Coronavirus) का खौफ देखने को मिल रहा है. अभी तक 2.29 करोड़ से ज्यादा लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. यह वायरस 7.98 लाख मरीजों की जिंदगी छीन चुका है. भारत (Coronavirus India Report) में भी हर रोज COVID-19 के मामले बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 30,44,940 हो गई है. 30 लाख का आंकड़ा पार होने में 206 दिन लगे हैं. पिछले 24 घंटों में (शनिवार सुबह 8 बजे से लेकर रविवार सुबह 8 बजे तक) कोरोना के 69,239 नए मामले सामने आए हैं.
इस दौरान देश में 912 कोरोना संक्रमितों की मौत भी हुई है. 22,80,566 मरीज ठीक हो चुके हैं और अब तक 56,706 लोगों की जान गई है. रिकवरी रेट की बात करें तो यह मामूली बढ़ोतरी के बाद 74.89 प्रतिशत पर पहुंच गया है. पॉजिटिविटी रेट 8.64 प्रतिशत है. देश में 22 अगस्त को 8,01,147 कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए. अभी तक कुल 3,52,92,220 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं. देश के लगभग सभी राज्यों से कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. कई राज्य ऐसे भी हैं, जो इस महामारी से मुक्त हो चुके थे लेकिन प्रवासियों के राज्य में दाखिल होने से वह फिर से इस संक्रमण की जद में आ गए.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया, कब तक आ रहा है कोरोनावायरस का टीका
बताते चलें कि शोधकर्ताओं की एक टीम ने सर्जरी के दौरान मरीजों की नाक से निकाले गए टिश्यू का अध्ययन किया. उन्होंने पाया कि कोरोना से संक्रमित होने से मरीज सूंघने की क्षमता खो देता है, भले ही उन्हें कोई अन्य लक्षण न हों. शोधकर्ताओं ने पाया कि नाक का जो हिस्सा सूंघने में मदद करता है, वहां angiotensin-converting enzyme II (ACE-2) का स्तर काफी ज्यादा था. इस एंजाइम को कोरोना संक्रमण के लिए प्रवेश बिंदु माना जाता है. जहां से कोरोनावायरस शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है और संक्रमण फैलता है.
इस शोध का अध्ययन करने वाले प्रोफेसर लेन ने कहा, 'मैं नाक और साइनस की समस्याओं का विशेषज्ञ हूं, इसलिए कोरोना में सूंघने की क्षमता पर असर होना, मेरे लिए अध्ययन का विषय बना. जबकि अन्य श्वसन वायरस आमतौर पर वायुप्रवाह में बाधा के माध्यम से सूंघने की क्षमता को नुकसान पहुंचाते हैं, कोरोनावायरस कभी-कभी अन्य लक्षणों की अनुपस्थिति में सूंघ न सकने का कारण बनता है.'
VIDEO: कोवैक्सीन पूरी तरह से भारतीय, शुरुआती ट्रायल में सुरक्षित पाई गई है : रणदीप गुलेरिया