कोरोना काल में बढ़ी BHU की तपिश, कुलपति के विवादित बयान पर छात्रों में आक्रोश

BHU परिसर से लेकर बनारस की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बिरला छात्रावास के छात्रों ने कुलपति आवास पर पहुंचकर धरना दिया और कुलपति को चूड़ियां भेजी।

BHU Students Protest

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वाराणसी: कोरोना काल में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का तापमान बढ़ने लगा है। वीसी राकेश भटनागर के विवादित बयान के खिलाफ गुरुवार को छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा। गुरुवार को सपा, एबीवीपी, एनएसयूआई के अलावा बीएचयू और विद्यापीठ के छात्र संगठन सड़क पर उतर गए हैं। बीएचयू परिसर से लेकर बनारस की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बिरला छात्रावास के छात्रों ने कुलपति आवास पर पहुंचकर धरना दिया और कुलपति को चूड़ियां भेजी।

भिक्षाटन कर जताया विरोध

कुलपति से बात करने वाले छात्र के साथ शोध छात्रों ने लंका पर भिक्षाटन कर विरोध दर्ज कराया। बीएचयू के छात्रों से हेल्थ के नाम पर पैसा लेने के खिलाफ एक छात्र ने कुलपति से बात की थी। इसी दौरान कुलपति ने महामना का नाम लेते हुए कह दिया कि उन्होंने आम का पेड़ लगा दिया। अगर रुपयों का पेड़ लगाए होते तो हम सबकुछ फ्री कर देते।

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BHU Students Protest
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इस दौरान मास्टर ऑफ़ फिजिकल एजुकेशन के छात्र मुकेश पांडेय ने कहा की आज जिस महामना जी के बारे में कुलपति ने यह कहा है कि उन्होंने पैसे का पेड़ नहीं लगवाया। विश्वविद्यालय में उन्हें यह नहीं मालूम की उन्हीं महामना जी द्वारा भिक्षाटन कर इस विश्वविद्यालय को खड़ा किया गया है। और उन्हीं के कारण आज राकेश भटनागर यहां के कुलपति हैं। एक केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति को इस तरह की टिप्पणी करना शोभा नहीं देता।

सपा कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंका

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वहीं कुलपति के इस बयान के खिलाफ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी विरोध का झन्डा बुलंद कर लिया है। सपाइयों ने सिंहद्वार के बाहर वीसी का पुतला फूंका और नारेबाजी। इसके पहले कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने भी कुलपति के बयान पर तंज किया।

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स्पष्ट है कि ऐसा बयान देकर अब कुलपति पूरी तरह से फंस चुके हैं। और उनके खिलाफ अब चारों करफ से नारेबाजी हो रही है। और विरोध की आवाज तेज होती जा रही है।

रिपोर्ट-  आशुतोष सिंह