B.Ed Entrance Exam: परीक्षा शुरू, अभ्यर्थियों में कोरोना का डर, की गई ये व्यवस्था

बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए जिले में पांच केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर दो पालियों में 23 सौ अभ्यर्थी परीक्षा देंगे।

Published by Ashiki Patel Published: August 9, 2020 | 11:09 am
Modified: August 9, 2020 | 11:16 am
B.Ed entrance exam Barabanki

B.Ed entrance exam Barabanki

बाराबंकी: बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए जिले में पांच केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर दो पालियों में 23 सौ अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। कोरोना को देखते हुए परीक्षा को लेकर प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश केंद्र व्यवस्थापक को दिए गए हैं। परीक्षा के लिए जिले के जवाहरलाल नेहरु मेमोरियल पीजी कॉलेज में दो केंद्र बनाए गए हैं।

ये भी पढ़ें: अमेरिकी चुनाव में विदेशी ताकतें सक्रिय, जानिए क्या चाहते हैं चीन, रूस और ईरान

ए ब्लॉक में 500 तथा बी ब्लॉक में 300 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। इसके अलावा शहर के अजीमुद्दीन अशरफ इस्लामिया इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज और राजकीय इंटर कॉलेज को पांच-पांच सौ अभ्यर्थियों के लिए केंद्र बनाया गया है। परीक्षाएं दो पालियों में होंगी। पहली पाली सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर बाद दो बजे से शाम पांच बजे तक होगी।

अभ्यर्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग

अभ्यर्थियों की सुरक्षा के लिए सभी प्रोटोकॉल का पालन कराने के निर्देश हैं। वहीं इस दौरान अभ्यार्थियों की सुरक्षा के सभी प्रोटोकॉल का पालन कराया जा रहा है। परीक्षा केंद्रों पर सारे अभ्यर्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग कराई जा रही है। थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान एक अभ्यर्थी का टंपरेचर थोड़ा ज्यादा आया, जिसके चलते उसे अलग जगह पर बैठाया गया है।

ये भी पढ़ें: मंदिर निर्माण के लिए दिल खोलकर मदद, पुणे के छात्रों ने दिया इतना बड़ा योगदान

अभ्यर्थियों के अंदर दिखा कोरोना का डर

वहीं परीक्षा देने दूर-दूर से पहुंचे अभ्यर्थियों के अंदर कोरोना का डर साफ दिखा। उनका कहना है कि पेपर देना भी जरूरी है इसलिए वह सारी सावधानियों के साथ पेपर देने आ रहे हैं। कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि उनकी तैयारी भी ठीक से नहीं हो पाई है। ऐसे में पेपर देना उनके लिए थोड़ा मुश्किल हो रहा है।

रिपोर्ट: सरफ़राज़ वारसी

ये भी पढ़ें: बलराम जयंती विशेष: बलशाली संतान के लिये व्रत, शेषनाग ने भी मांगे थे ये वरदान