खास बातें
- एक पेड़ पर दो दिन से फंसे हैं बंदर
- बचाने के लिए किए जा रहे प्रयास
- कर्नाटक में कई स्थानों पर हो रही बारिश
Flood In Karnataka: कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी बारिश ने न केवल आम जन बल्कि जानवरों को भी सुरक्षित ठिकाने की तलाश करनी पड़ रही है. लगातार बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में वृद्धि के बाद राज्य सरकार ने कई बड़े बांधों के द्वार खोल दिए हैं, जिससे नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में बाढ़ की चिंता बढ़ गई है। बारिश के बीच एक नदी में डूबे पेड़ पर बंदरों का झुंड (Monkeys Stranded On Tree) दो दिनों तक फंसा है. वन और अग्निशमन अधिकारियों द्वारा उन्हें बचाने के लिए किए जा रहे प्रयास का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
इस वीडियो में कर्नाटक के दावणगेरे में तुंगभद्रा नदी का जल स्तर ऊंचा उठता हुआ देखा जा सकता है. एक बड़ा पेड़ इतनी गहराई तक डूबा हुआ है कि उसकी सबसे ऊंची डालियों को भी भूरे पानी के ऊपर दिखाई देती हैं.इस पेड़ पर कुछ बंदर शाखाओं पर नजर आ रहे हैं.अधिकारियों ने कहा कि जिले के गांव राजनहल्ली में नदी में दो दिनों से ये बंदर बिना भोजन के फंसे हुए हैं. हालांकि बंदरों के एक डाल से दूसरी डाल पर कूदने के कारण उनको बचाने का कार्य मुश्किल हो रहा है. बचाव अधिकारियों के अनुसार, पानी का बहाव बेहद तेज है, ऐसे में नाव के सहारे इन बंदरों के करीब तक पहुंचना भी खतरे से खाली नहीं है.
गौरतलब है कि उत्तर कन्नड़, दक्षिण कन्नड़ और उडुपी के तटीय जिले भारी बारिश की चपेट में आ गए हैं. इसके अलावा कोडागु जिले के आसपास के इलाके भी प्रभावित हुए हैं. राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (Chief Minister BS Yediyurappa)ने बाढ़ राहत कार्य के लिए 50 करोड़ रुपये जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर और राशि भी जारी की जाएगी. येदियुरप्पा इस समय अस्पताल में कोविड--19 संक्रमित है और अस्पताल में इलाज करा रहे हैं.
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