
Ayodhya Ram Mandir Bhoomi Pujan: बनने के बाद कुछ इस तरह दिखेगा मंदिर
Ayodhya Ram Mandir Bhoomi Pujan से जुड़ी अहम जानकारियां
पीएम मोदी के आगमन से पहले तैयारियों को अंतिम बार चेक किया जा रहा है. यह सिलसिला पूरी रात चलता रहा. एतिहासिक कार्यक्रम की छटा 4 अगस्त रात से ही दिखाई देने लगी. रौशनी से नहाया हुए अयोध्या हर तरफ जय सियाराम और जय श्री राम के नारे ही सुनाई दे रहे हैं.
पूरा शहर बैनर और पोस्टर से पटा
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण एक लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद शुरू हो पा रहा है. ऐसे में पीएम मोदी के आगमन से पहले पूरा अयोध्या पोस्टरों और बैनरों से पटा हुआ है. जिस रास्ते से पीएम मोदी, राम मंदिर तक पहुंचेगे, उस पूरे रास्ते पर उन्हें बधाई देने वालों के पोस्टर दिखाई दे रहे हैं.तीन घंटे अयोध्या में रहेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) इस कार्यक्रम के लिए कुल 3 घंटे अयोध्या में रहेंगे. मंदिर के भूमि पूजन और शिलान्यास से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हनुमानगढ़ी पर पूजा करेंगे. दरअसल, माना जाता है कि भगवान हनुमान के आशीर्वाद के बिना भगवान राम (Lord Ram) का कोई काम शुरू नहीं किया जाता है. इस वजह से पीएम मोदी पहले हनुमान भगवान की पूजा करेंगे और उसके बाद भूमि पूजन के लिए जाएंगे.भूमि पूजन का शुभ मुहूर्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को दोपहर 12 बजे राम जन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे. इसके बाद वह 10 मिनट में रामलला विराजमान का दर्शन-पूजन करेंगे. इसके बाद वह दोपहर को 12 बजकर 44 मिनट और 15 सेकंड पर मंदिर की आधारशिला की स्थापना करेंगे.'बाहरी को अयोध्या में प्रवेश की इजाजत नहीं'
कोरोना वायरस के प्रसार को लेकर चिन्तित प्रशासन लोगों को अयोध्या आने से बचने को कह रहा है. जनता से अपील की गई है कि वे घरों में ही रहकर यह उत्सव मनायें. भूमि पूजन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करने पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है. हम किसी बाहरी व्यक्ति को अयोध्या नगरी में प्रवेश नहीं करने देंगे. निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और एक साथ चार से अधिक लोग कहीं एकत्र नहीं हो सकते हैं.सभी कर्मचारियों का टेस्ट
भूमिपूजन समारोह में जो भी कर्मचारी आयोजन स्थल पर तैनात हैं, उन सभी का कोरोना वायरस (Coronavirus) टेस्ट कराया गया है. जो कोरोना निगेटिव हैं सिर्फ़ उन्हें ही ड्यूटी पर लगाया गया है. अयोध्या के डीएम अनुज झा ने NDTV को बताया कि सारे कोविड प्रोटोकॉल फ़ॉलो किए जा रहे हैं. सभी अतिथियों को मॉस्क और फेस शील्ड दिए जाएंगे. बैठने के लिए कुर्सियां आठ-आठ फीट की दूरी पर रखी गई हैं. गेस्ट लिस्ट में 190 से भी कम लोग हैं.बनने के बाद ऐसा दिखेगा अयोध्या का राम मंदिर
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए हो रहे भूमि पूजन के पहले राम मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर की प्रस्तावित तस्वीरें जारी की हैं. बनने के बाद अयोध्या का राम मंदिर कुछ ऐसा ही दिखेगा.भूमि पूजन के कार्यक्रम से पहले प्रियंका गांधी ने भी इस पर बयान दिया, कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने एक बयान में कहा, 'दुनिया और भारतीय उपमहाद्वीप की संस्कृति में रामायण की गहरी और अमिट छाप है. भगवान राम, माता सीता और रामायण की गाथा हजारों वर्षों से हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक स्मृतियों में प्रकाशपुंज की तरह आलोकित है.' उनके मुताबिक, भारतीय मनीषा रामायण के प्रसंगों से धर्म, नीति, कर्तव्यपरायणता, त्याग, उदात्तता, प्रेम, पराक्रम और सेवा की प्रेरणा पाती रही है. उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक रामकथा अनेक रूपों में स्वयं को अभिव्यक्त करती चली आ रही है. श्रीहरि के अनगिनत रूपों की तरह ही रामकथा हरिकथा अनंता है.
मंदिर के लिए कई पवित्रधामों की मिट्टियां और नदियों का पानी लाया जा रहा है. पिछले दिनों विश्व हिंदू परिषद (VHP)का एक प्रतिनिधिमंडल उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम की मिट्टी (Soil from Badrinath) और अलकनंदा नदी का पानी (Water from Alakananda River) लेकर पहुंचा था.
इस खास मौके पर देश के कई प्रतिष्ठित संस्थानों ने इसके लिए लड्डू और अन्य प्रसाद सामग्री देने का फैसला किया है. इसमें पटना के महावीर ट्रस्ट की ओर से 1 लाख रघुपति लड्डू बांटने का इंतजाम किया जा रहा है.