
आरोपी अरुण अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है.
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 38 साल के अरुण अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया है जो ग्रेट इंडिया एक्सपो कंपनी चलाता है, वह इस कंपनी में लोगों से निवेश कराने के नाम पर पोंजी स्कीम के जरिए बड़े पैमाने पर ठगी कर रहा था. आर्थिक अपराध शाखा के ज्वाइंट कमिश्नर ओपी मिश्रा के मुताबिक उन्हें अरुण के खिलाफ अब तक 130 से ज्यादा शिकायतें मिल चुकी हैं.
अरुण और उसका दोस्त संजीव उपाध्याय 2017 से पहले रूस और उज़्बेकिस्तान में इंडिया एक्सपो नाम से अपना स्टॉल लगाते थे. वहां वे सजावट से जुड़ी चीज़ें बेचते थे. लेकिन 2017 में उन्होंने लोगों को ठगने के लिए यह बताया कि उनकी येकंपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अच्छा कर रही है. अगर इसमें कोई निवेश करेगा तो उसे अच्छा खासा पैसा वापस मिलेगा. लोगों को लुभाने के लिए इन लोगों ने बड़े होटलों में सेमिनार और मीटिंग की और फिर 2019 तक ये लोगों से पैसा लेते रहे. लोगों को कुछ पैसा वापस भी मिला लेकिन उसके बाद वे मोबाइल दफ्तर बंद करके गायब हो गए.
फिर इन लोगों ने नई लोकेशन में नए लोगों के बीच स्कीम को रिलॉन्च किया. इन्होंने पहले करोलबाग और फिर दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में अपना ऑफिस खोला. हालांकि पुलिस को दोनों ऑफिस बन्द मिले. आखिरकार अरुण दिल्ली के संत नगर इलाके से पकड़ा गया. पुलिस ने अरुण और उसकी कंपनी के सभी एकाउंट सीज़ कर दिए हैं. अब 5 करोड़ की ठगी का पता चला है.