
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एनडीटीवी से कहा था कि मैं लाशों के ढेर पर चुनाव नहीं चाहता. (फाइल फोटो)
बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के बाद अब तीन और राजनीतिक दलों ने वर्तमान माहौल में विधानसभा चुनाव कराने का विरोध किया है. शनिवार को प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माले (CPI-ML) और कांग्रेस ने चुनाव आयोग पत्र लिखकर राज्य में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते चुनाव नहीं कराने की अपील की है. सभी पार्टियों ने कोरोना संकट से बुरी तरह प्रभावित बिहार में इस समय विधानसभा चुनाव नहीं कराने की अपील की है. आरजेडी ने मुख्य चुनाव आयोग नई दिल्ली को लिखे पत्र में पूछा है कि क्या बिहार में कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों से चुनाव आयोग संतुष्ट है? इसके साथ ही आरजेडी ने चुनाव आयोग से सवाल किया है कि यदि आयोग ऐसा लगता है कि कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए उठाए गए कदम संतोषजनक है तो उसके बारे में जनता को सूचित किया जाए.
आरजेडी ने अपने पत्र में लिखा है, "ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है कि अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव के समय राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख के आसपास हो जाएगी. इसे लेकर लोगों के मन में चुनाव के दौरान कोरोना संक्रमण के विस्तार को लेकर कई प्रश्न उठ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन का भी मानना है कि अक्टूबर-नवंबर में संक्रमण उच्च स्तर में होगा."

आरजेडी ने लिखा, "हम चुनाव आयोग से जानना चाहेंगे कि क्या बिहार में कोरावायरस कि भयावह स्थिति है? अगर हां तो चुनाव कितना आवश्यकत है? जिंदगी की कीमत पर चुनाव की रस्म अदायगी कितनी जरूरी है? अगर नहीं, तो चुनाव पारंपरिक तरीके से हो जैसा अब तक होते आए हैं."
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इससे पहले एनडीए में बीजेपी की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने चुनाव आयोग (Election Commission) को पत्र लिखकर ऐसे में अभी बिहार (Bihar) में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) नहीं कराने को कहा है जब राज्य कोविड-19 (Covid-19) और बाढ़ से प्रभावित है. एलजेपी ने चुनाव आयोग से कहा है कि अक्टूबर-नवंबर तक कोविड-19 महामारी के अधिक गंभीर होने की आशंका है. उस समय बिहार में चुनाव कराने से लोगों का जीवन खतरे में पड़ जाएगा.