
बिहार के बाढ़ प्रभावित चंपारण में NDRF की
बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र चंपारण में NDRF की 9 सदस्य वाली एक टीम बाढ़ में डूब रहे लोगों की मदद के लिए गांव में पहुंची. गांव के दूसरे सदस्या के साथ नाव में एक गर्भवती महिला को भी बैठा लिया गया लेकिन कुछ देर बाद ही महिला को प्रसव पीड़ा होने लगा. NDRF टीम ने मां और बच्चे की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नाव में ही महिला की डिलीवरी करवाई. आपको बता दें कि उस वक्त नाव में एनडीआरएफ के बचाव दल के साथ सोशल वर्कर आशा और उनके कार्यकर्ता के साथ- साथ महिला के परिवार के सदस्य भी मौजूद थे. महिला को बुरही गावं के गंडक नदी के बाढ़ के बीच नाव पर ही डिलीवरी करवाया गया. NDRF बचाव दल और आशा के कार्यकर्ता के देखरेख में नाव पर बच्ची ने जन्म लिया. इसके बाद, मां और नवजात बच्ची को एम्बुलेंस के द्वारा पास के PHC बंजरिया (मोतिहारी) में एडमिट करवाया गया जहां उनकी हालत अभी स्थिर है.
आपको बता दें कि एनडीआरएफ के स्टॉफ को मेडिकल फर्स्ट रिस्पोंडर में प्रशिक्षित किया जाता है और पेशेवर प्रशिक्षण के दौरान सभी बचावकर्मियों को अन्य आपदा प्रतिक्रिया प्रशिक्षण के साथ-साथ आपातकाल के दौरान प्रसव से निपटने की शिक्षा भी दी जाती है. साल 2013 बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ की बोट ने अब तक 10 वां प्रसव करवाया है.
आपको बता दें कि बिहार में जिस तरह से बाढ़ की स्थिती है उसे निपटने के लिए बिहार के 12 जिलों में NDRF की कुल 21 टीमें तैनात की गई है. आपको बता दें कि बोट पर जिस महिला की डिलीवरी करवाई गई है उनका नाम है श्रीमती रीमा देवी (उम्र- 25 वर्ष), मुनी लाल महतो की पत्नी, गांव गोबारी की निवासी, वार्ड नंबर 06, ब्लॉक- बंजारी.