
Priyanka Gandhi
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की सख्ती के बावजूद लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं जो प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं। कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष लगातार योगी सरकार पर हमला बोल रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कानपुर में घटी घटना को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है।
कानपुर में लैब असिस्टेंट की किडनैप करने और 30 लाख की फिरौती लेने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। इस मामले कोर लेकर प्रियंका गांधी ने कहा कि कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है।
उप्र में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। आम लोगों की जान लेकर अब इसकी मुनादी की जा रही है।
घर हो, सड़क हो, ऑफिस हो कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता।
विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपहृत संजीत यादव की हत्या। खबरों के मुताबिक..1/2 pic.twitter.com/SGFRLstgrT
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 24, 2020
यह भी पढ़ें…हकीम का रेता गला: दहशत में आए आस-पास के लोग, जांच में जुटी पुलिस
कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर लिखा है कि उप्र में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। आम लोगों की जान लेकर अब इसकी मुनादी की जा रही है। घर हो, सड़क हो, ऑफिस हो कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता। विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपहृत संजीत यादव की हत्या। पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और उनकी हत्या कर दी गई। प्रियंका गांधी ने आगे आरोप लगाते हुए लिखा कि एक नया गुंडाराज आया है। इस जंगलराज में कानून-व्यवस्था गुंडों के सामने सरेंडर कर चुकी है।
…पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और अब उनकी हत्या कर दी गई।
एक नया गुंडाराज आया है।
इस जंगलराज में कानून-व्यवस्था गुंडों के सामने सरेंडर कर चुकी है। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 24, 2020
यह भी पढ़ें…बदलेगी PM की वेबसाइट: अब दिखेगी नए अंदाज में, किए जा रहे ये बदलाव
यह है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना बर्रा के अंतर्गत लैबटेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण के 31 दिन के बाद पुलिस देर रात खुलासा कर पाई है लेकिन खुलासे से पहले ही आरोपियों दोस्तों ने संजीत यादव को मौत के घाट उतार दिया था। संजीत यादव अपहरण कांड को लेकर पुलिस ने चार आरोपियों दोस्तों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ कर रही है।लेकिन वही परिजन पुलिस को दोषी ठहरा रहे हैं और परिजनों का कहना है कि इस घटनाक्रम में जितने दोषी अपहरणकर्ता का उतना ही दोष पुलिस वालों का भी है इसलिए सजा बराबर से मिलनी चाहिए।
यह भी पढ़ें…चुनाव आयोग की खुली पोल: BJP आईटी सेल को दी ये जिम्मेदारी, लगे गंभीर आरोप
दोस्तों ने किया दगा
लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण में उसके दोस्तों ने ही उसे दगा दे दिया था और 22 जून की रात शराब पिलाने के बहाने लैब टेक्नीशियन संजीत को अपने दोस्त ईशू यादव के रतनलाल नगर के कमरे में ले गया और बंधक बना लिया।चार दिन तक बेहोशी के इंजेक्शन देता रहा।
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।