
पुलिस अधिकारी के कथित सुसाइड के मामले में गहलोत के ओएसडी से पूछताछ
राजस्थान के सियासी संकट के बीच केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के विशेष कार्य अधिकारी (OSD) देव राम सैनी से पूछताछ की. सैनी को एक पुलिस अधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई के कथित आत्महत्या के सिलसिले में पूछताछ के बुलाया गया था. सीबीआई ने कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया से भी मंगलवार को इस सिलसिले में पूछताछ की थी. आज भी पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया गया है.
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सीबीआई की ओर से यह पूछताछ ऐसे समय की जा रही है जब सचिन पायलट और उनके खेमे की बगावत की वजह से सीएम अशोक गहलोत की सरकार राजनीतिक उथल-पुथल का सामना कर रही है. बगावत के चलते सचिन पायलट को उप-मुख्यमंत्री और राजस्थान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है.
भाषा की खबर के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली से सीबीआई की विशेष अपराध शाखा की एक टीम राजगढ़ के थाना प्रभारी (एसएचओ), विश्नोई की मौत के सिलसिले में बयान दर्ज करने के लिए जयपुर में मौजूद है. उनका शव चुरु में अपने आधिकारिक निवास में पंखे से लटकता हुआ मिला था. हालांकि, सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि एजेंसी इस मामले में पेशेवर तरीके से जांच कर रही है जो उसे खुद राज्य सरकार ने सौंपी है.
एजेंसी ने सोमवार की शाम कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया से उनके जयपुर स्थित घर में तीन घंटे तक पूछताछ की थी.
सूत्रों ने कहा कि मामले के विभिन्न पहलुओं को जानने के लिए लोगों से पूछताछ की जा रही है और इसका यह मतलब नहीं है कि वे आरोपी हैं क्योंकि अंतिम तस्वीर जांच पूरी होने के बाद ही साफ हो पाएगी. राजस्थान सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है.
उन्होंने बताया कि विश्नोई के भाई ने राजस्थान पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनपर अत्यधिक दबाव था जिस कारण उन्होंने यह कदम उठाया. विश्नोई के पास से दो सुसाइड नोट बरामद किए गए थे- एक उनके माता-पिता के नाम और दूसरा जिले के पुलिस अधीक्षक के नाम.
पुलिस अधीक्षक के नाम लिखे सुसाइड नोट में, विश्नोई ने कहा कि वह उनपर डाले जा रहे दबाव को नहीं झेल पा रहे हैं. इसमें उन्होंने यह भी कहा था कि उन्होंने राजस्थान पुलिस को अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की. कथित व्हाट्सऐप चैट का एक स्क्रीनशॉट भी वायरल हो गया है जिसमें विश्नोई अपने कार्यकर्ता दोस्त से कह रहे हैं कि वह गंदी राजनीति में फंस गए हैं.
भाजपा और बसपा के नेताओं का आरोप है कि अपनी ईमानदारी और मेहनत के लिए जाने जाने वाले अधिकारी पर कांग्रेस विधायक पूनिया ने दबाव बनाया. हालांकि पूनिया इस आरोप से इनकार करती रही हैं. पूनिया राजस्थान में सदुलपूर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं.
(भाषा के इनपुट के साथ)
(आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है. अगर आपको सहारे की जरूरत है या आप किसी ऐसे शख्स को जानते हैं जिसे मदद की दरकार है तो कृपया अपने नजदीकी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के पास जाएं.)
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