
राजस्थान हाईकोर्ट आज सचिन पायलट के मामले में फैसला सुना सकता है.
3 में से 1 ही संभावित रास्ता जो कांग्रेस सरकार को कर देगा मजबूूत
राजस्थान में अगर सचिन पायलट सहित 18 बागी विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद्द हो जाती है तो गहलोत सरकार काफी मजबूत स्थिति में आ जाएगी.
अभी की स्थिति से माना जा रहा है कि अशोक गहलोत के पास 101 विधायकों का समर्थन है. सचिन पायलट के पास 18 कांग्रेस के बागी और 3 निर्दलीयों का समर्थन है. 200 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 101 विधायकों की जरूरत है.
अगर सचिन पायलट के सहित बागी विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद्द की जाती है तो विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 91 पर आ जाएगा.
लेकिन अगर हाईकोर्ट आज सचिन पायलट के पक्ष में सुनाता है तो अशोक गहलोत की स्थिति विधानसभा में कमजोर हो जाएगी क्योंकि उनके पास 101 विधायकों का समर्थन माना जा रहा है और बहुमत के लिए भी 101 विधायक चाहिए. ऐसे में अगर एक भी विधायक कम हुआ तो सरकार गिरने का खतरा है.
वहीं अगर बीजेपी और उनके समर्थित पार्टियों के 75 और 22 बागी विधायकों को मिला दिया जाए तो 97 विधायक होते हैं उनमें से अगर 2 बीटीपी पार्टियों के जोड़ दिए जाएं तो यह आंकड़ा भी 99 तक पहुंच जाता है. बीटीपी खुद को राजस्थान में किंगमेकर बता रही है.
ऐसी स्थिति में कांग्रेस सरकार के लिए खतरा बढ़ जाएगा. एक भी विधायक ने अगर पाला बदला तो गहलोत सरकार ढह जाएगी.
अगर अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आई तो बीजेपी तभी सरकार बना सकती है जब सचिन पायलट सहित उनके 21 विधायक समर्थन दें