कोरोनावायरस से बढ़ते संक्रमण के बीच राज्य सरकार की तैयारियों की जायजा लेने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की तीन सदस्यीय टीम आज बिहार दौरे पर है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम सीएम नीतीश कुमार सरकार द्वारा COVID-19 स्थिति के खराब संचालन के आरोपों के बीच दौरे पर है. शनिवार को राज्य में कोरोना के 1700 नए मामले सामने आए है. सोशल मीडिया पर कई वीडियो शेयर किए जा रहे हैं जिनमें लोग अपर्याप्त सुविधाओं और सरकारी अस्पतालों में लापरवाही की लगातार शिकायत कर रहे हैं. कटिहार में अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा मरीज को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध नहीं कराए जाने के चलते मरीज की मौत का मामला भी सामने आया था.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने आज एक वीडियो शेयर करते हुए एक बार फिर नीतीश कुमार सरकार पर कोविड संकट से
विफल होने का दावा किया. इस वीडियो में लोग सिवान के अस्पताल में डॉक्टर और नर्सों की कमी की शिकायत करते दिख रहे हैं. वीडियो में एक महिला अस्पताल के बेड पर बेसुध पड़ी है और उसके परिजन इधर उधर डॉक्टर और नर्स को पुकारते दिख रहे हैं. वीडियो में लोगों के यह कहते सुना जा सकता है, "कोई डॉक्टर नहीं है यहां, वो यहां आए एक इंजेक्शन दिया और चले गए" वीडियो में ज्यादातर बेड खाली दिखाई दे रहे हैं. बता दें कि सिवान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का गृहनगर हैं.
तेजस्वी यादव ने पहले भी मुख्यमंत्री पर “12.6 करोड़ बिहारियों के जीवन के साथ खिलवाड़”करने और लोगों की जिंदगी को दांव पर लगाकर अपनी छवि चमकाने का आरोप लगाया. आरजेडी नेता ने शनिवार को कहा, "बिहार कोविड-19 महामारी को ग्लोबल हॉटस्पॉट बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है." उन्होंने सरकार पर कम टेस्टिंग करने का आरोप लगाया.
तेजस्वी यादव ने कहा, '' नीतीश जी 12.6 करोड़ बिहारियों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. प्रेस में बदनामी से बचने के लिए, वह डेटा को दबा रहे हैं. मुख्यमंत्री जी, क्या आपकी छवि हमारे लोगों के जीवन से ज्यादा महत्वपूर्ण है." उन्होंने कहा कि यदि टेस्टिंग कम होगी तो लाखों लोगों की मौत हो जाएगी. बिहार सरकार के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 17 जुलाई तक 24 हजाप 967 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. पिछले 24 घंटे में 10502 लोगों का सैंपल कलेक्ट किया गया है. सरकार का कहना है कि राज्य में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की दर 63.17 है.