
राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच शनिवार शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की. इससे पहले अशोक गहलोत ने राज्य की भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायकों के अपने पक्ष में होने का दावा किया था. इसकी जानकारी खुद सीएम गहलोत ने तस्वीर शेयर करते हुए दी. गहलोत ने लिखा कि बीटीपी ने अपने मांग पत्र के साथ सरकार को समर्थन जारी रखने की घोषणा की है. आपको बता दें कि डिप्टी सीएम सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों के सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ बगावती तेवर के चलते राजस्थान में गहलोत सरकार पर संकट मंडरा रहा है. राज्य सरकार के दो बड़े नेताओं के बीच सियासी खींचतान में अब ऐसी स्थिति आ गई है कि मामला विधायकों की संख्या गिनने तक पहुंच गया है. इससे पहले गहलोत द्वारा बुलाई गई विधायक दल की बैठक में शामिल हने के बाद इसी बीटीपी पार्टी के विधायक राजकुमार रोत ने वीडियो जारी कर कहा था कि हमे जाने नहीं दिया जा रहा है.
भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दोनों विधायकों ने उनकी प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के साथ मुलाक़ात कर और अपने मांगपत्र के साथ चर्चा कर सरकार को समर्थन देने की घोषणा की। pic.twitter.com/a2783tQYDo
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 18, 2020
ऐसा बताया जा रहा है कि पायलट खेमें में करीब 19-20 विधायक हैं. कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायकों को वापस बुलाने के लिए कई बार नोटिस भेजे लेकिन वापस ना आने वाले विधायकों पर स्पीकर द्वारा कार्रवाई की मांग की गई. कांग्रेस पार्टी ने सीएलपी में नहीं आने पर विधायकों की सदस्यता समाप्त करने की मांग की. जिसके खिलाफ पायलट खेमा हाईकोर्ट चला गया अब इस मामले पर मंगलवार को सुनवाई होनी है.
डिप्टी सीएम सचिन पायलट की अशोक गहलोत से नाराजगी के चलते पार्टी के कई विधायक अलग घूम रहे है. ऐसा बताया जा रहा है क वह सचिन पायलट के साथ है. पार्टी द्वारा विधायक दल की बैठक में बुलाए जाने के बाद भी जब ये विधायक वापस नहीं आए तो स्पीकर ने इन्हें नोटिस जारी कर दिया था.