
चिराग पासवान ने बिहार में केंद्र सरकार के तरफ से कोरोना से बचाव के लिए एक टीम भेजने का निर्णय का स्वागत किया (fikle pic)
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नेता चिराग पासवान ने बिहार में कोरोनावायरस (COVID-19) की स्थिति की समीक्षा के लिए एक टीम भेजने के केंद्र के फैसले का स्वागत करते हुए पीएम मोदी धन्यवाद दिया. जबकि उनके सहयोगी और राज्य में सत्तारूढ़ एनडीए का चेहरा बने नीतीश कुमार महामारी की रोकथाम के लिए कड़ी आलोचना का सामना कर रहे हैं. ऐसे समय में चिराग पासवान के बयान से मुख्यमंत्री की और किरकिरी हो सकती है. बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए जिद के कारण नीतीश की पहले ही काफी आलोचना हुई है, जबकि राज्य में कोरोनावायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. चिराग पासवान ने अपने ट्वीट में कहा, "बिहार में जिस प्रकार कोरोना ने अपने पैर पसारें है और जैसे विस्फोटक हालात बनते जा रहे थे यह बिहारियों के लिए यकीनन चिंता का विषय था जिसको ध्यान में रखते हुए बिहार में केंद्र सरकार के तरफ से कोरोना से बचाव के लिए एक टीम भेजने का निर्णय लिए है जिससे हालात को क़ाबू में लाया जा सके."
अपने अगले ट्वीट में चिराग ने बिहार में टीम भेजने के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद किया. अपने अगले ट्वीट में चिराग ने लिखा, "कोरोना को बिहार में नियंत्रण में लाने के लिए व बिहारियों को इस महामारी के बढ़ते प्रकोप से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने जो टीम बिहार भेजना निर्णय लिया है उसके लिए आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्र सरकार को धन्यवाद."
चिराग का यह ट्वीट आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के उस बयान के कुछ घंटों के बाद आया जिसमें उन्होंने दावा किया था कि नीतीश कुमार सरकार कोरोना के आंकड़ों को लेकर हेराफेरी कर रही है औऱ केंद्र दवारा टीम का भेजा जाना इसका सबूत है.
बीजेपी के नेतृत्व वाला गठबंधन (एनडीए) इस साल के अंत में होने वाले बिहार चुनावों से पहले राज्य की दो प्रमुख सहयोगियों के बीच बड़ी खींचतान दिखाई दे रही है. दो क्षेत्रीय पार्टी प्रमुखों के बीच की अनबन हाल ही में तब सुर्खियों में आई जब पासवान ने कोरोनोवायरस महामारी के बीच चुनाव कराने पर तेजस्वी यादव के विचारों के साथ सहमति जताई और मतदाताओं को होने वाले संक्रमण के खतरे पर विचार करने के लिए चुनाव आयोग से आग्रह किया.
कुछ दिन पहले, चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने पूर्व पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा था, क्योंकि राज्य का COVID-19 स्थिति बिगड़ रही है, उन्होंने कहा था कि यह "चुनाव लड़ने का समय नहीं है." हालांकि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयूृ इस आरोप को खारिज कर चुकी है कि वह "लोगों के जीवन की कीमत पर" समय पर विधानसभा चुनाव कराने पर जोर दे रही थी, पार्टी ने कहा कि चुनावों को समय पर आयोजित करना एक संवैधानिक दायित्व है और चुनाव आयोग इस पर स्वतंत्र फैसला ले सकता है"