
यशवंत सिन्हा.
बैकुंठपुर के फैजुल्लाहपुर में सतर घाट पुल के एप्रोच रोड के टूटे भाग को देखने के लिए पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा पहुंचे. उसी समय बिहार के पुल निर्माण के चेयरमैन और पथ निर्माण के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने विजिट कर जायजा लिया. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि मंत्री ने सर्टिफिकेट दे दिया तो अधिकारी की क्या औकात है. दूसरी तरफ घोटाले को लेकर मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की.
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा आज बिहार के फैजुल्लाहपुर पहुंचे. उन्होंने टूटी एप्रोच सड़क का मुआयना किया. बिहार के पथ निर्माण के प्रधान सचिव व पूल निर्माण के चेयरमैन ने भी निरीक्षण किया. इस मौके पर यशवंत सिन्हा ने कहा कि उन्होंने सर्टिफिकेट दे दिया, प्राकृतिक आपदा से कुछ होगा नहीं.अभी देखा गया कि बालू बैग डाला जा रहा है. बोल्डर क्यों नहीं डाला गया. यह एप्रोच रोड बना, यह केवल मिट्टी का ढेर है. ऊपर से ब्लैक पिचिंग कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पटना में बैठे बैठे उद्घाटन कर दिया. एप्रोच पथ में इस तरह के दोनों तरफ बोल्डर दिया जाना चाहिए ताकि पानी बहाव से प्रोटेक्ट मिल सके. यह ध्यान रहना चाहिए. लेकिन वह नहीं हुआ. 265 करोड़ के पुल निर्माण सहित एप्रोच रोड में भारी घोटाला हुआ है.मेरी मांग है कि जल्द एफआईआर होना चाहिए. अगर नहीं हुआ है तो केवल अधिकारी के विरुद्ध ही नहीं मंत्री के विरुद्ध एफआईआर होना चाहिए.

प्रधान सचिव,पथ निर्माण ,पटना अमृत लाल मीणा ने कहा कि बिहार पुल निर्माण के चेयरमैन के साथ साइड विजिट कर देख रहे हैं. जानने का प्रयास किया गया है कि टूटा क्यों. इसका ट्रीटमेंट करना है. निर्णय लेना है कि आगे क्या करना है. टूटे भाग को बनाना है ताकि आवागमन पूर्ववत हो सके.