
पटना: बारिश के कहर से देश के कई राज्य प्रभावित हैं लेकिन इस बीच बिहार में हुई बारिश ने सरकारी कामों की कलई खोल कर रख दी। दरअसल, राज्य के छपरा जिले में 264 करोड़ की लागत से बना ब्रिज उद्घाटन के 29 दिन बाद ही ढह गया। बताया जा रहा है कि इस पुल को बनने में 8 साल लग गए और एक महीने पहले ही सीएम नीतीश कुमार ने इसका वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये उद्घाटन किया था।
तेजस्वी यादव ने बताया सीएम नीतीश को भ्रष्टाचार के पितामाह
राष्ट्रीय जनता लोकदल नेता और पूर्व मंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार को पितामाह बताया। उन्होंने लिखा, ‘263 करोड़ से 8 साल में बना लेकिन मात्र 29 दिन में ढ़ह गया पुल। संगठित भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह नीतीश जी इस पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे और ना ही साइकिल से रेंज रोवर की सवारी कराने वाले भ्रष्टाचारी सहपाठी पथ निर्माण मंत्री को बर्खास्त करेंगे। बिहार में चारों तरफ लूट ही लूट मची है।’
263 करोड़ से 8 साल में बना लेकिन मात्र 29 दिन में ढ़ह गया पुल। संगठित भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह नीतीश जी इस पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे और ना ही साइकिल से रेंज रोवर की सवारी कराने वाले भ्रष्टाचारी सहपाठी पथ निर्माण मंत्री को बर्खास्त करेंगे। बिहार में चारों तरफ लूट ही लूट मची है। pic.twitter.com/EIcQYPEHn8
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 16, 2020
8 साल में बनकर तैयार हुआ 264 करोड़ का महत्वकांक्षी पुल
दरअसल, राज्य के छपरा से सटे गोपालगंज में सत्तरघाट महासेतु भारी बारिश के दबाव के चलते ध्वस्त हो गया है। ये पुल चंपारण तिरहुत और सारण के कई जिलों का संपर्क मार्ग था, हालाँकि अब पुल टूटने से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। गोपालगंज के बैकुंठपुर के फैजुल्लाहपुर में यह पुल टूटा है।
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16 जून को सीएम नीतीश ने किया था पुल का उद्घाटन,
बता दें कि इस पुल का उद्घाटन 16 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया था। कई जिलों को जोड़ने वाला यह महत्वकांक्षी पुल आठ सालों में बनकर तैयार हुआ था और मात्र 29 दिनों में पानी में ढह भी गया। इसके निर्माण की जिम्मेदारी पुल निर्माण विभाग की थीं। साल 2012 में निर्माण शुरू हुआ और 16 जून 2020 तक बन कर तैयार पुल का उद्घाटन हुआ।
8 वर्ष में 263.47 करोड़ की लागत से निर्मित गोपालगंज के सत्तर घाट पुल का 16 जून को नीतीश जी ने उद्घाटन किया था आज 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया।
ख़बरदार!अगर किसी ने इसे नीतीश जी का भ्रष्टाचार कहा तो?263 करोड़ तो सुशासनी मुँह दिखाई है।इतने की तो इनके चूहे शराब पी जाते है pic.twitter.com/cnlqx96VVQ
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 15, 2020
भारी बारिश का दवाब न झेल सका महासेतू, आवागमन बाधित
बताया जा रहा है कि तेज बारिश के मद्देनजर गोपालगंज में तीन लाख से ज्यादा क्यूसेक पानी का बहाव था। ऐसे में जलस्तर के दबाव की वजह से पुल का एप्रोच रोड टूट गया।
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पुल निर्माण में लापरवाही और भ्रष्टाचार की जांच की मांग
वहीँ अब पुल निर्माण में लापरवाही और भ्रस्टाचार के आरोप लग रहे है। लोगों ने जांच की मांग की है। इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का नाम भी शामिल हैं।
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