मानव संसाधन विकास मंत्री ने IIT दिल्‍ली द्वारा विकसित की गई किफायती COVID जांच किट जारी की

Staff Reporter / New Delhi

मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने सर्वाधिक किफायती कोविड जांच किट जारी की है। इसे आई आई टी दिल्ली ने डिजायन किया है।

आई आई टी दिल्ली ने आरटी-पीसीआर आधारित कोविड-19 टेस्ट किट के लिए लाईसेंस जिन कंपनियों को दिया है उनमें कोरोस्योर भी है। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि न्यूटेक मेडिकल डिवाइसेज ने इस किट का निर्माण किया है और यह अस्पतालों और सभी जांच केंद्रों में उपलब्ध होगी।

माननीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज यहाँ पर वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये दुनिया की सबसे सस्ती आरटी-पीसीआर आधारित कोरोनावायरस के लक्षण पहचानने वाली किट लांच की. इस मौके पर माननीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री संजय धोत्रे भी मौजूद थे.

यह किट आईआईटी दिल्ली द्वारा विकसित की गई है और इसे आईसीएमआर और डीसीजीआई ने मंजूरी दी है.

इस किट को कोरोश्योर नाम दिया गया है और इसे दिल्ली-एनसीआर स्थित न्यूटेक मेडिकल डिवाइसेस द्वारा मैन्युफैक्चर किया गया है. यह किट बिना जांच के कोरोना के लक्षण पहचानने में सक्षम है.

यह किट अधिकृत कोरोना टेस्टिंग लैब में उपयोग के लिए उपलब्ध होगी और इससे कोविड-19 आरटी-पीसीआर टेस्टिंग की लागत काफी कम हो जाएगी.

इस किट का आधार मूल्य 399 रुपये है और इसमें आरएनए आइसोलेशन और लेबोरेटरी चार्ज जोड़ने के बाद भी इसके द्वारा किया जाने वाला टेस्ट काफी कम लागत में होगा.

इस किट को लांच करते हुए माननीय मंत्री जी ने आईआईटी दिल्ली के सभी शोधकर्ताओं को बधाई दी और कहा, “कोरोना संकट के दौरान देश भर के अनुसंधान करने वाले संस्थानों ने बेहद अनुकरणीय कार्य किया है. इसके पहले आईआईटी दिल्ली सस्ती कोरोना टेस्टिंग किट बना चुकी है.

मैं बेहद गर्व के कहना चाहता हूँ कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश के उच्च शिक्षण संस्थान एवं शोधकर्ता आगे बढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.”

उन्होनें यह भी कहा कि भारत में जिस प्रकार से अनुसंधान हो रहे हैं उससे सम्पूर्ण विश्व को यह संदेश जा रहा है कि कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भारत कही से भी पीछे नहीं है.

माननीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री संजय धोत्रे जी ने कहा, “आईआईटी दिल्ली के सभी शोधकर्ताओं का इस सस्ती किट को बनाने के लिए मैं धन्यवाद करता हूँ.

इस किट से हमारी इस महामारी के खिलाफ लड़ाई को बल मिलेगा और हमें पूरा विश्वास है कि इसी प्रकार के शोध भारत को आने वाले समय में विश्व गुरु के रूप में स्थापित करेंगे.”

आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो वी रामगोपाल राव ने इस अवसर पर कहा, “हम भारत सरकार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, स्वास्थ मंत्रालय और आईसीएमआर से इस किट को बनाने और मैन्युफैक्चर करने में मिले सहयोग के लिए बेहद आभारी हैं. इससे प्रेरणा लेकर हम आगे भी कोरोना से संबंधित शोध जारी रखेंगे और देश के साथ साथ विश्व को भी इस महामारी से लड़ने में मदद करेंगे.”