
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी (फाइल फोटो).
बिहार में विधानसभा चुनाव समय पर हों या टाले जाएं, इस सम्बंध में चुनाव आयोग का फ़ैसला एनडीए को मान्य होगा. यह कहना है बिहार एनडीए के वरिष्ठ नेता और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का. मोदी ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि बिहार विधानसभा के चुनाव में अभी तीन महीने की देर है. तब तक संक्रमण की क्या स्थिति रहेगी, यह कहना कठिन है. सारी स्थिति का आकलन कर कोई निर्णय करना चुनाव आयोग का काम है. इसलिए आयोग की तैयारियों पर अभी से राजनीतिक बयानबाजी नहीं होनी चाहिए.
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अपने बयान में सुशील मोदी ने ये भी कहा कि विधानसभा चुनाव समय पर हों या टल जाएं, एनडीए आयोग के निर्णय का पालन करेगा. मोदी ने कहा कि हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं, लेकिन जैसे कमजोर विद्यार्थी परीक्षा टालने के मुद्दे खोजते हैं, वैसे ही कुछ दल चुनाव टालने के लिए दबाव बना रहे हैं.
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बयान कि राज्य सरकार ने गरीब लोगों को मास्क उपलब्ध कराने की उनकी मांगों को दरकिनार किया जिसका परिणाम एक बार फिर लॉकडाउन करना पड़ रहा है, पर मोदी ने सफ़ाई दी. उन्होंने कहा कि सरकार ने हर गरीब परिवार को चार मास्क और एक साबुन मुफ्त देने के लिए पंचायतों के लिए 160 करोड़ रुपये जारी किए. उनके अनुसार कोरोना से डरने की नहीं, उसे हराने की जरूरत है. बिहार में रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से बेहतर है. यह जांच, इलाज और बचाव के लिए अच्छे प्रयास से संभव हुआ. पटना एम्स सहित नौ अस्पताल कोरोना के इलाज के लिए समर्पित किए गए.