
भारतीय जनसंघ की स्थापना निःस्वार्थ भाव से राष्ट्र व समाज सेवा की भावना से की गई थी। इस विरासत का भाजपा में भी महत्व है। इस प्रकार का संगठन अन्य राजनीतिक पार्टी के लिए दुर्लभ है। नरेंद्र मोदी पहले भी कहते रहे हैं कि कार्यकर्ताओं ने कई पीढ़ी का जो समर्पण सेवा भाव दिखाया, उसी ने आज भाजपा को देश की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में प्रतिष्ठित किया है। इसी सेवाभाव के कारण ही आमजन में उंसकी विश्वसनीयता कायम हुई है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने सावा को ही अपना कर्तव्य माना
कहा जाता है कि वास्तविक सेवाभाव की परख आपदा काल में होती है। कोरोना संकट में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सेवा कार्यों को ही वरीयता दी। बिना भेदभाव के जरूरतमन्दों की सहायता की है। स्वयं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रेरणा देने का कार्य किया। जेपी नड्डा ने प्रतिदिन अपने घर से पांच सौ लोगों को खाना पहुंचाने का काम किया। मोदी ने इसका उल्लेख सेवा ही संगठन कार्यक्रम में किया। कहा कि कार्यकर्ता सेवा के माध्यम से आदर्शों और व्यवहारों के बीच खुद को तपा रहे थे।
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उन्होंने आपदा को अवसर में बदल दिया। भाजपा का कार्यकर्ता डिजिटल एक्टिविटी में माहिर होता जा रहा है। भाजपा के सैकड़ों सांसद, हजारों एमएलए है, उसके सभी कार्यकर्ताओं ने सेवा को ही अपना कर्तव्य माना। मोदी ने खुद को भाजपा कार्यकर्ता होने पर गर्व व्यक्त किया। भाजपा के लोग जनसंघ के समय से उस परंपरा से यह संस्कार संक्रमित हुए है। पूर्वगामियों की तपस्या से ये संस्कार मिले हैं। यह हमारा समर्पित जीवन आगे की पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा देगा।
कोरोना आपदा राहत कार्य के संबन्ध में प्रत्येक मंडल की एक डिजिटल बुकलेट बनाई जाए
भाजपा का संगठन चुनाव जीतने की मशीन नहीं है। हमारे लिए संगठन का मतलब है सेवा। मोदी ने आग्रह किया कि प्रत्येक मंडल की एक डिजिटल बुकलेट कोरोना आपदा राहत कार्य के संबन्ध में बनाई जाए। इसके बाद पूरे जिले और फिर राज्य और फिर देश की एक डिजिटल बुक बने। यह ऐसी चीज है जो भविष्य में प्रेरणा देने वाली है। पच्चीस सितंबर को पं दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती है।
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तब तक हम ये डिजिटल बुक बना ली जाए। नरेंद्र मोदी इसको लॉन्च करेंगे। कोरोना आपदा में जब दुनिया में सब अपने आप को बचाने में लगी थी। भाजपा कार्यकर्ता अपनी चिंता छोड़कर गरीबों जरूरतमंदों की सेवा में समर्पित थे। कार्यकर्ताओं ने सेवा ही संगठन का इतना बड़ा अभियान चलाया।