
दिल्ली के गोकुलपुरी में फरवरी में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी (फाइल फोटो).
Delhi violence: नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में दंगों के दौरान गोकलपुरी इलाके में हुई हिंसा के मामले में दाखिल चार्जशीट में बड़ा खुलासा हुआ है. गोकलपुरी इलाके में 25 और 26 फरवरी की रात में एक समुदाय के नौ लोगों की हत्या हुई थी. सभी के शव जोहरीपुर पुलिया के पास नाले में फेंके गए थे. चार्जशीट के मुताबिक दंगे फैलाने और एक एक समुदाय के लोगों की हत्या करने, आगजनी करने, बदला लेने के लिए एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया गया था. इस ग्रुप में 125 लोगों को शामिल किया गया था. ग्रुप का नाम 'कट्टर हिन्दू एकता' रखा गया था.
इन नौ हत्याओं के मामले के नौ आरोपी लोकेश सोलंकी, पंकज शर्मा, अंकित चौधरी, प्रिंस, जतिन शर्मा, हिमांशु ठाकुर, विवेक पांचाल, ऋषभ चौधरी और सुमित चौधरी को गिरफ्तार किया गया है. व्हाट्सऐप ग्रुप 25 और 26 फरवरी को हुई हिंसा के एक दिन पहले यानी 24 फरवरी को बनाया गया था. नौ हत्याओं को अंजाम देने के बाद ग्रुप के अधिकतर सदस्य एग्जिट हो गए थे और चैट को डिलीट कर दिया था. ग्रुप बनाने वाले की तलाश जारी है.
चार्जशीट में कहा गया है कि लोगों की धर्म से पहचान करके उनकी हत्या की गई. मारने से पहले जय श्री राम के नारे लगवाए गए.
व्हाट्सऐप ग्रुप में इसके मेंबर लोकेश ने 26 फरवरी को रात में 11:39 बजे लिखा कि "भाई मैं गंगा विहार से लोकेश सोलंकी. अगर किसी को कोई समस्या न हो, वहां लोग कम पड़ें तो बता देना, मैं अपनी पूरी गंगा विहार की टीम के साथ आऊंगा. सारा सामान है हमारे पास, गोली, बंदूक सब कुछ." फिर लोकेश ने रात 11:44 पर लिखा "तुम्हारे भाई ने अभी भागीरथी विहार में दो .....मारे हैं और नाले में फेंका है अपनी टीम के साथ. विनय तुम्हें पता है तुम्हारा भाई सबसे आगे रहता है ऐसे कामों में." उसके बाद लोकेश ने रात 12:15 बजे ग्रुप में लिखा कि "भाई पूरी रात जागूंगा. कुछ भी हो तो याद कर लेना एक बार बस."
इन नौ हत्याओं के मामले में दिल्ली पुलिस ने तीन चार्जशीट दायर की हैं. अभी कई अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.