
मध्य प्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया- फाइल फोटो
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हुई बैठकों में साफ तौर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान पर ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भारी पड़े. वह अपनी बातें मनवा कर माने.
हालांकि शिवराज सिंह चौहान को इस मामले में कोई दिक्कत नहीं, क्योंकि अधिकतर वो नाम कटे जो प्रदेश की राजनीति में उनके बराबर थे, लेकिन अब ये माना जाएगा कि केंद्र की वजह से वरिष्ठ नेताओं को उन्हें जगह नहीं मिली.
बुधवार की देर रात जिन वरिष्ठ नेताओं का टिकट कटा उन्हें मुख्यमंत्री निवास बुलाया गया. लेकिन माना जा रहा है कि सीएम शिवराज ने नहीं बल्कि विनय सह्सबुद्धे ने उन्हें संगठन के फैसले से अवगत करवाया.
मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी से 16, ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 9 और मंत्री बनेंगे. राज्य में पहले से ही ज्योतिरादित्य के 2 करीबी मंत्री हैं यानी अब उनके खेमे के कुल 11 नेता मंत्री होंगे.
कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी (BJP) में आए 3 और नेता मंत्री बनेंगे. बीजेपी से 7 पुराने, 9 नये चेहरों को मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार में मौका मिलेगा.
पारस जैन, गौरीशंकर बिसेन, रामपाल सिंह, राजेंद्र शुक्ला (चारों शिवराज के करीबी पूर्व मंत्री ), संजय पाठक ( राज्य के सबसे अमीर विधायक ऑपरेशन रंगपंचमी में अहम भूमिका), जालम सिंह पटेल (केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल के भाई) और सुरेंद्र पटवा जैसे नामों का टिकट कटा.
हालांकि बीजेपी से इन नेताओं के नाम पक्के हैं. गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, विजय शाह, विश्वास सारंग, अरविंद भदौरिया, ऊषा ठाकुर, ओम प्रकाश सकलेचा, राम खिलावन पटेल, जगदीश देवड़ा, बृजेंद्र प्रताप सिंह, प्रेम सिंह पटेल, इंदर सिंह परमार, भारत सिंह कुशवाह, रामकिशोर कांवरे, मोहन यादव.
सिंधिया खेमे से महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी (सारे कांग्रेस में मंत्री थी) जो बीजेपी कार्यकाल में भी मंत्री बनेंगे. वहीं नए नामों में राज्यवर्धन सिंह, गिरिराज दंडोतिया, ओपीएस भदौरिया, सुरेश धाकड़, बृजेंद्र सिंह यादव होंगे.
कांग्रेस से भाजपा में आए हरदीप सिंह डंग (इकलौते सिख विधायक), बिसाहूलाल सिंह (पूर्व मंत्री), एंदल सिंह कंसाना (दिग्विजय सिंह के करीबी रहे) को मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी.
मंत्रिमंडल विस्तार के लिए उत्तर प्रदेश की गर्वनर आनंदीबेन पटेल, जिन्हें मध्यप्रदेश का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है; शपथ ग्रहण में उपस्थित होंगी. अब, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी राज्य में भाजपा के साथ सक्रिय रूप से भाग लेना शुरू कर दिया है. उनके शेड्यूल के मुताबिक वह आज शपथ ग्रहण समारोह के हिस्सा होंगे.