कोरोना को लेकर तेजस्वी ने CM नीतीश कुमार को घेरा, बोले- आंकड़ों की बाजीगरी से वास्तविकता छिप सकती है लेकिन...

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने जांच नहीं तो केस नहीं का फ़ॉर्म्युला अपना रखा है. हमने शुरू से ही आगाह किया की जांच की गति और दायरा बढ़ाया जाए.

कोरोना को लेकर तेजस्वी ने CM नीतीश कुमार को घेरा, बोले- आंकड़ों की बाजीगरी से वास्तविकता छिप सकती है लेकिन...

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगाया कम टेस्टिंग करने का आरोप (फाइल फोटो)

खास बातें

  • कोरोना संकट को लेकर तेजस्वी यादव का बिहार सरकार पर निशाना
  • नीतीश कुमार सरकार पर लगाया कम टेस्टिंग करने का आरोप
  • जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही बिहार सरकार : तेजस्वी
पटना:

कोरोनावायरस संकट के बीच बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश  कुमार सरकार पर कम संक्रमण दिखाने के लिए कम जांच करने का आरोप लगाया है. तेजस्वी ने बयान में कहा कि कोरोना काल में देश की सबसे अक्षम बिहार सरकार 12 करोड़ बिहारियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. चार महीने बाद भी बिहार कोरोना जांच में सबसे पीछे है. संक्रमण बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है. कोई नया कोविड अस्पताल नहीं बन पाया, ना ही रैंडम सैंपलिंग हो रही है. 

आरजेडी नेता ने कहा कि राज्य सरकार ने जांच नहीं तो केस नहीं का फ़ॉर्म्युला अपना रखा है. हमने शुरू से ही आगाह किया की जाँच की गति और दायरा बढ़ाया जाए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने वादा किया था कि 10 हज़ार जांच प्रतिदिन की जाएंगी. मुख्यमंत्री जी ने कुछ हफ़्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 20 हज़ार जांच करने का भरोसा दिलाया. 

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि हक़ीक़त यह है कि बिहार जैसे प्रदेश में आज भी औसत जांच 5 हज़ार से कम है. आपदाकाल में झूठ बोलना महापाप है. कम जांच करने के पीछे मुख्यमंत्री की मंशा कम संक्रमण दिखाने की है, लेकिन इससे ख़तरा आमजनों को है. आंकड़ों की बाज़ीगरी से सरकार वास्तविकता छुपा सकती है लेकिन विस्फोटक होती स्थिति को काबू करने का कोई उपाय नहीं है. बिहार में कुल जांच में पॉज़िटिव मरीजों का प्रतिशत 4.48 है जो कि ख़तरे की घंटी है. 
 

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