
पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप लगाया है. बुधवार को दिलीप घोष का आरोप है कि नॉर्थ 24 परगना जिले में एक चाय की दुकान पर जाते समय टीएमसी से कार्यकर्ताओं ने उनपर हमला कर दिया. दिलीप घोष ने कहा, 'जब मैं चाय पीने के लिए जा रहा था तब मुझपर टीएमसी से कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया. मेरी गाड़ी में तोड़फोड़ की गई और मेरी सुरक्षा में तैनात गार्ड के साथ भी बदसलूकी की गई. मैं नहीं जानता टीएमसी को क्या परेशानी है.'
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच लगातार तनातनी की खबरें आती रहती हैं. कभी कोविड-19 लॉकडाउन को लेकर राज्य सरकार केंद्र पर निशाना साधती है तो कभी बीजेपी राज्य में कोरोना से लड़ने में ममता सरकार की विफलताओं का मुद्दा उठाती है.
बंगाल भाजपा ने राज्य में लॉकडाउन बढ़ाने पर श्वेतपत्र की मांग की
बता दें कि हाल ही में पश्चिम बंगाल में भाजपा नेताओं ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से एक श्वेतपत्र की मांग की थी जिसमें राज्य में लॉकडाउन को 31 जुलाई तक बढ़ाने के कारण उल्लेखित हों.भाजपा नेताओं ने साथ ही दावा किया कि ममता बनर्जी सरकार लोगों के सामने केवल दिखावा कर रही है और वह कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए नियमों को लागू करने को लेकर गंभीर नहीं है. प्रदेश भाजपा प्रमुख एवं लोकसभा सांसद दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के मामलों में हाल में हुई बढ़ोतरी के लिए तृणमूल कांग्रेस सरकार द्वारा लॉकडाउन दिशानिर्देशों को लागू करने में असफल रहने को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह भ्रम उत्पन्न करने का प्रयास कर रही है कि सब कुछ ठीक है लेकिन असली तस्वीर कुछ और है.
25 जून को घोष ने कोलकाता में संवाददाताओं से कहा, ‘‘शुरूआत से ही लॉकडाउन बंगाल में उचित तरीके से लागू नहीं किया गया. यदि यह ठीक तरह से लागू किया गया होता तो आज स्थिति कुछ और होती. राज्य सरकार यह यकीन दिलाना चाहती है कि सब कुछ ठीक है लेकिन वास्तविक स्थिति अलग है.'' भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री को एक श्वेतपत्र लाना चाहिए और लॉकडाउन 31 जुलाई तक बढ़ाने के पीछे का तर्क समझाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को लॉकडाउन प्रत्येक महीने बढ़ाने का यह ड्रामा बंद करना चाहिए जबकि वास्तविकता यह है कि वह नियमों को लागू करने को लेकर गंभीर नहीं है.''
राज्य में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने लॉकडाउन को बुधवार को और एक महीने के लिए बढ़ा दिया. वर्तमान लॉकडाउन की अवधि 30 जून को समाप्त होनी थी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार पश्चिम बंगाल में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 475 नये मामले सामने आये जिससे राज्य में इसके कुल मामले बढ़कर 15,648 हो गए. वहीं 15 और मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 606 हो गई.
(इनपुट एजेंसी भाषा से भी)