
प्रतीकात्मक तस्वीर.
खास बातें
- यूनेस्को ने चेतावनी दी है कि उसके नाम और लोगो का हो रहा गलत इस्तेमाल
- अफ्रीकी सांस्कृतिक संपत्तियों की अवैध तस्करी के लिए
- एजेंसी ने चेतावनी जारी करते हुए इस बारे में सतर्कता बरतने का आग्रह किया
संयुक्त राष्ट्र की सांस्कृतिक एजेंसी यूनेस्को ने चेतावनी दी है कि उसके नाम और लोगो का इस्तेमाल अफ्रीकी सांस्कृतिक संपत्तियों की अवैध तस्करी के लिए झूठे दस्तावेजों में किया जा रहा है. यूनेस्को ने बुधवार को चेतावनी जारी करते हुए इस बारे में सतर्कता बरते जाने का आग्रह किया. उसे इस तरह के धोखाधड़ी के मामलों और घटनाओं की अनेक खबरें मिलीं जिनमें सांस्कृतिक संग्रहों के मौद्रिक मूल्य प्रमाणित करने के लिए उसके नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है.
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एजेंसी ने कहा कि कई बार तस्कर एजेंसी के वास्तविक अधिकारियों के नाम से फर्जी कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. उसने कहा कि फ्रांस में धोखाधड़ी का शिकार हुए अधिकतर लोगों का फ्रांसीसी भाषी अफ्रीकी देशों से संबंध है. यूनेस्को ने कहा कि वह कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रहा है.
इससे पहले यूनेस्को की वैश्विक शिक्षा निगरानी (GEM) रिपोर्ट 2020 के अनुसार विश्व में अल्प और मध्यम आय वाले कम से कम चालीस प्रतिशत देश COVID-19 से उपजे संकट के कारण लागू लॉकडाउन में स्कूल बंद रहने के दौरान छात्रों को पढ़ने का उचित माध्यम उपलब्ध कराने में नाकाम रहे. मंगलवार को जारी वार्षिक रिपोर्ट के चौथे संस्करण में यह भी कहा गया कि विश्व भर में दस प्रतिशत से भी कम देशों में ऐसे कानून हैं जो शिक्षा में पूर्ण समावेश सुनिश्चित करते हैं.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)