
सीएम उद्धव ठाकरे ने सोमवार को लॉन्च किया प्रोटेक्ट प्लेटीना.
महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने सोमवार यानी कि आज प्रोजेक्ट प्लैटिना (Project Platina) लॉन्च किया है. आपको बता दें, यह प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) के जरिए गंभीर रूप से कोविड-19 (COVID-19) से संक्रमितों के इलाज के लिए शुरू किया गया सबसे बड़ा ट्रायल प्रोजेक्ट है. सीएमओ के मुताबिक, 'यह दुनिया का सबसे बड़ा ट्रायल-कम-ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट है, जिससे महाराष्ट्र में कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार लगभग 500 लोगों का इलाज किया जाएगा'.
इसके साथ ही प्लाज्मा थेरेपी ट्रायल के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोश से ही फंडिंग की जाएगी. उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने ट्विटर पर इसकी घोषणा की है. इसके साथ ही अपने इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि ''महाराष्ट्र कोविड-19 के खिलाफ इस जंग में शुरुआत से ही प्लाज्मा थेरेपी पर काम कर रहा है लेकिन अब इसके लिए पूरे राज्य में एक ट्रायल ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है''.
CM Uddhav Thackeray ji just launched Project Platina- the world's largest convalescent plasma therapy trial.
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) June 29, 2020
Maharashtra has been working on plasma therapy since the beginning of the covid fight, but now it will be a formal trial- treatment project across Maharashtra (1/n)
इसके बाद एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ''महाराष्ट्र में प्लाज्मा थेरेपी के मरीजों का इलाज मुफ्त में किया जाएगा. इन मरीजों का इलाज 17 मेडिकल कॉलेज में किजा एगा. यह न केवल दुनिया को प्लाज्मा थेरेपी उपचार के लिए एक बड़ा मजबूत डेटा देगा, बल्कि राज्य भर में इस थेरेपी के लिए बुनियादी ढांचा बनाने में भी मदद करेगा.''
The trial- treatment of plasma therapy will be free of cost, in 17 medical colleges across the State. This will not only give the world a large robust data for plasma therapy treatment but will also help us create infrastructure for this therapy across the State. (2/n)
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) June 29, 2020
अपने तीसरे ट्वीट में आदित्य ने कहा, ''प्लाज्मा थेरेपी के ट्रायल के लिए फंडिंग सीएम के राहत कोश से की जाएगी. हमें उम्मीद है कि यह कोविद महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक ऐतिहासिक परीक्षण होगा.''
The entire funding to support this plasma therapy trial has been done through the CM Relief fund and we hope this will be a landmark trial in the global fight against the covid pandemic.
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) June 29, 2020
(3/n)
बता दें कि कोविड-19 से ठीक होने वाले लोगों के प्लाज्मा में एंटी बॉडीज होती हैं, जो कोविड-19 से पीड़ित अन्य लोगों की इस बीमारी से लड़ने में मदद करती हैं. इस वजह से प्लाज्मा थेरेपी को कोविड-19 के खिलाफ इस जंग में बेहद लाभकारी माना जा रहा है.