
सिंधुरी सिलाई मशीन पर मास्क सिलते हुए.
कर्नाटक के उदूपी जिले की छठीं कक्षा की छात्रा सिंधुरी एक हाथ के बिना ही पैदा हुईं थीं. इसके बावजूद भी वे मास्क सिलने से नहीं रुकीं. कोरोनावायरस महामारी के बीच कर्नाटक की एक दस साल की बच्ची ने अपने साहस से बहुत से लोगों को प्रेरित किया है. दरअसल यह स्काउट और स्कूल की गाइड विंग का लक्ष्य था कि छात्रों को मास्क बांटे जाएंगे. छात्रा सिंधुरी ने बताया कि उन्होंने 15 मास्क सिले हैं. शुरुआत में वे सिर्फ एक हाथ से सिलाई करने से हिचक रही थी लेकिन उनकी मां ने मदद की जिसके बाद वे ये काम कर सकीं.
Karnataka: Sindhuri, a 10-year old differently-abled girl from Udupi stitched face masks & distributed them to students appearing for School Leaving Certificate (SSLC) exams, yesterday. #COVID19pic.twitter.com/zii6zhHuKk
— ANI (@ANI) June 25, 2020
बता दें कि सिले गए मास्क 12वीं कक्षा के छात्रों के बीच बांटे गए. जो कि आज सुबह परीक्षा में बैठे थे. कोरोना के खिलाफ मास्क सभी के लिए अनिवार्य हैं. सिंधुरी के बारे में उनके शिक्षकों ने बताया कि वे एक प्रतिभावान छात्रा हैं और बहुत जल्दी सीखती हैं. वे माउंट रोजरी स्कूल की स्काउट और गाइड ग्रुप का हिस्सा हैं.