
केम्पे गौड़ा की प्रतिमा: परियोजना की लागत में बेंगलुरु हवाई अड्डे पर 23 एकड़ का पार्क शामिल है
गुजरात में सरदार पटेल और महाराष्ट्र में शिवाजी की विशालकाय प्रतिमा की तरह कर्नाटक में भी अब एक विशालकाय प्रतिमा लगने जा रही है. राज्य की बीजेपी सरकार जल्द ही नादप्रभु केम्पेगौड़ा की विशालकाय प्रतिमा स्थापित करने जा रही है. केम्पेगौड़ा को संस्थापक माना जाता है. राज्य की भाजपा सरकार ने शुक्रवार को कहा कि यह मूर्ति बेंगलुरु के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 66 करोड़ रुपये की लागत से लगाई जाएगी.
108 फुट की प्रतिमा 10 मंजिला इमारत जितनी ऊंची होगी, हालांकि यह गुजरात में सरदार पटेल की मूर्ति और महाराष्ट्र में शिवाजी की मूर्ति से बहुत छोटी है. राज्य के उप मुख्यमंत्री अश्वथ नारायण ने कहा कि शनिवार को इसकी प्रतिकृति का अनावरण किया जाएगा उन्होंने कहा कि यह कर्नाटक के लोगों की लंबे समय से लंबित मांग थी.
डिप्टी सीएम ने कहा. राज्य में केम्पेगौड़ा स्मारकों के जीर्णोद्धार और संरक्षण का प्रबंध करने वाला बोर्ड प्रतिमा की देखरेख करेगा. यह एक साल में तैयार हो जाएगी.
उन्होंने कहा, “केम्पे गौड़ा की प्रतिमा का निर्माण एक मांग थी जिसे हम पूरा करने जा रहे हैं. कल उनकी जयंती पर एक साधारण समारोह में इस परियोजना का शिलान्यास किया जाएगा. अगली जयंती तक हमारे पास अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे में केम्पेगौड़ा की एक प्रतिमा होगी. परियोजना की लागत में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 23 एकड़ का पार्क भी शामिल है.'
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी बनाने वाले कॉंट्रेक्टर को ही केम्पे गौड़ा की प्रतिमा बनाने का काम दिया गया है.वड़ोदरा के पास नर्मदा नदी के तट पर स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, जो कि 790 फीट (240 मीटर) ऊंची है, इसे 2,989 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था और इसका उद्घाटन 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.
वर्तमान में दुनिया का सबसे ऊंचे स्टैच्यू, स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के आकार से दोगुना है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के मूर्तिकार, राम वी सुतार, ऐसी कई परियोजनाओं में शामिल रहे हैं. मुंबई से दूर एक शिवाजी की मूर्ति भारत में सबसे ऊंची होगी. "शिव स्मारक", घोड़े पर प्रसिद्ध योद्धा राजा को दर्शाते हुए, पूरा होने पर 695 फीट (212 मीटर) लंबा होगा. इसके पूरा होने की मियाद अगले साल है.
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भी भगवान राम की एक भव्य मूर्ति बनने जा रही है. इसकी लागत 450 करोड़ रुपये बताई जा रही है. अधिकारियों को कहना है कि यह मुंबई में शिवाजी की मूर्ति से भी ऊंची होगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)