
प्रतीकात्मक.
खास बातें
- महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कही बात
- COVID-19 महामारी के बाद चंद्रपुर में पर प्रतिबंध खत्म करने के पक्ष में
- पिछली भाजपा सरकार ने लगाया था शराब पर प्रतिबंध
महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि वह COVID-19 महामारी समाप्त होने के बाद चंद्रपुर जिले में शराब पर प्रतिबंध खत्म करने के पक्ष में हैं. राज्य में पिछली भाजपा सरकार ने अप्रैल 2015 में चंद्रपुर में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया था. राज्य के वर्धा और गढ़चिरोली जिलों में भी शराब पर प्रतिबंध है. चंद्रपुर के संरक्षक मंत्री वडेट्टीवार ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया कि जिले में नकली शराब की खपत के कारण जिले में गुर्दा संक्रमण और कैंसर के मामले बढ़ गए हैं.
उन्होंने कहा कि यह भी पता चला है कि स्कूली छात्र भी एमडी (मेफेड्रोन) नामक नशीली दवा के आदी होते जा रहे हैं. मंत्री ने आगे कहा कि शराब बंदी के बाद से पुलिस ने लगभग 120 करोड़ रुपये की शराब जब्त की है. उन्होंने दावा किया कि प्रतिबंध लागू होने के बाद से जिले में पांच गुना अधिक शराब बेची जा रही है. मंत्री ने कहा, 'नकली शराब पीने से गुर्दा संक्रमण और कैंसर के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि देखने को मिली है। इसे देखते हुए मैं शराब से प्रतिबंध हटाने के पक्ष में हूं.'
इससे पहले राज्य के जलगांव में एक मारपीट की घटना में नशे में धुत्त युवकों ने होटल मालिक की हत्या कर दी. घटना शुक्रवार शाम की है, जलगांव शहर के असोदा होटल में शराब पीने के बाद कुछ युवकों के बीच मारपीट हो गई. इस मारपीट में होटल के मालिक प्रदीप चिरमाडे की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि हमलावर ने बियर की बोतल फोड़कर प्रदीप चिरमाडे के गले पर वार किया था. टना के बाद घायल को लेकर लोग अस्पताल पहुंचे, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही प्रदीप ने दम तोड़ दिया.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)