बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पेट्रोल, डीज़ल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के विरोध में बृहस्पतिवार को साइकिल पर सवार होकर मार्च किया और रस्सी से ट्रैक्टर खींचा. पटना के दस सर्कुलर रोड स्थित अपनी माता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास से अपने बडे भाई और विधायक तेजप्रताप यादव और सैकड़ों समर्थकों के साथ साइकिल पर सवार होकर डाकबंगला चौराहा पहुंचे तेजस्वी ने पेट्रोल, डीज़ल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के विरोध में रस्सी से ट्रैक्टर खींचा.
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेजस्वी ने केंद्र और प्रदेश की सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पेट्रोल, डीज़ल और गैस की बढ़ती कीमतों का सबसे ज्यादा असर हाशिये पर खड़े गरीबों पर पड़ता है, किसानों और मजदूरों पर पड़ता है. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार की नीतीश सरकार ने प्रदेश के गरीबों की आमदनी के रास्ते बंद कर दिए हैं तो केंद्र जो भी सीमित आमदनी है उसे भी निचोड़ लेने की सारी जुगत लगाए है.
19 दिन 19 बार
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 25, 2020
पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ें है लगातार
बेरोजगारी और कोरोना से था ही हाहाकार
और अब महँगाई का यह सरकारी अत्याचार
किसान, मज़दूर और ग़रीब विरोधी सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमतों में की जा रही बेतहाशा बढ़ोतरी के खिलाफ आज सुबह माननीय विधायकों संग साइकिल मार्च निकाला। pic.twitter.com/rwfhepFK02
उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीज़ल और गैस के दाम का सीधा-सीधा असर महंगाई पर पड़ता है और महंगाई से सबसे ज्यादा परेशान सबसे गरीब लोग ही होते हैं! तेजस्वी ने आरोप लगाया कि कोरोना संकट के बीच आज देश का गरीब सरकार की चौतरफा मार से त्रस्त है. लोगों के काम एवं रोजगार छिन गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जो श्रमिक प्रदेश वापस लौटे थे, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शिथिलता और नाकामी के कारण वापस लौटने को मजबूर हैं.
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि एनडीए में शामिल भाजपा और जदयू की एकमात्र चिंता आगामी बिहार विधानसभा चुनाव और सत्ता है. उन्होंने कहा, ‘‘ट्रैक्टर किसान की पहचान है. ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी से हर कोई बुरी तरह प्रभावित होता है लेकिन किसान सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. अगर हम डीजल के लिए भुगतान नहीं कर सकते हैं तो हम ट्रैक्टर के साथ क्या करेंगे. हम आज सभी मोर्चों पर बुरी तरह से विफल रही केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ प्रतीकात्मक रूप से विरोध कर रहे हैं.''
इस मौके पर तेजप्रताप ने कहा कि लोग खासकर किसान ईंधन की कीमतों में वृद्धि से बुरी तरह प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि वे (किसान)कहां से ईंधन की आसमान छूती कीमत अदा करने के लिए पैसे लाएंगे. किसानों के लिए अपनी ज़मीन को सींचना काफी मुश्किल हो जाएगा क्योंकि वे ईंधन की इतनी भारी कीमत नहीं जुटा सकते हैं.