
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो).
होम क्वॉरंटाइन के नए नियमों पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपत्ति जताई है. अरविंद केजरीवाल का कहना है कि " माइल्ड या बिना किसी लक्षण के लोगों को कोविड सेंटर में 15 दिन के लिए ले जाना डिटेने करने जैसा है. केजरीवाल ने केंद्र सरकार से होम क्वॉरंटाइन के नए आदेश को वापस लेने की अपील की है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा," मेरे पास कई लोगों के फोन आए जो बिल्कुल माइल्ड और जिनमें लक्षण नहीं हैं. अब उन्हें अगर पुलिस और प्रशासन पकड़ कर कोविड सेंटर में ले जाएगा तो यह एक तरह से 15 दिन के लिए डिटेन करने वाली बात है. अगर किसी 80 साल की बुजुर्ग महिला को कोरोना हो जाता है और उसमें कोई खास लक्षण नहीं है, उनको पकड़ कर कोविड सेंटर ले जाएंगे. उनका ख्याल कौन रखेगा ?"
आगे मुख्यमंत्री केजरीवाल ने होम क्वॉरंटाइन की नई व्यवस्था पर नाराज़गी जताते हुए कहा, "ये जबरदस्ती के आर्डर निकालना है जो केंद्र सरकार ने निकाला है. मेरे ख्याल से ये ठीक नहीं है. जबरदस्ती सब को यह कहा जाए कि उन्हें कोविड केयर सेंटर जाना है. जो हमारी व्यवस्था थी कि उसमें मरीज के घर पर मेडिकल टीम जाती थी और चेक करती थी कि अस्पताल जाने की जरूरत है या नहीं. केंद्र सरकार ने आदेश निकाले हैं कि डॉक्टर मरीज़ के घर नहीं जाएगा मरीज़ को जाकर लाइन में लगना पड़ेगा"
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है , "किसी को 102 डिग्री बुखार हो तो वो कैसे जाकर लाइन में खड़ा होगा. केंद्र सरकार से निवेदन है कि जो आदेश निकाला है, हो सकता है उसे लेकर कोई गलतफहमी हो तो उनसे अपील करते हैं कि ऑर्डर वापस ले लें."