बाबा रामदेव की पतंजलि ने उतारी कोरोना की दवा 'Coronil और Swasari', सात दिन में COVID-19 मरीजों के ठीक होने का दावा

Coronil and Swasari For COVID-19 Treatment: पतंजलि (Patanjali) का दावा है कि क्लीनिकल ट्रायल के दौरान 100 प्रतिशत नतीजे दिखाए पड़े हैं. पंतजलि का दावा है कि इससे सात दिन में 100 प्रतिशत कोरोना मरीज ठीक हुए हैं.

बाबा रामदेव की पतंजलि ने उतारी कोरोना की दवा 'Coronil और Swasari', सात दिन में COVID-19 मरीजों के ठीक होने का दावा

Patanjali Coronavirus Kit: पतंजलि ने कोरोना की दवा Coronil और Swasari लॉन्च की

खास बातें

  • पतंजलि ने कोरोना की दवा बनाने का किया दावा
  • सात दिनों में 100 प्रतिशत कोरोना मरीज रिकवर हुए: रामदेव का दावा
  • कोरोना की दवा का नाम- Coronil और Swasari
हरिद्वार:

Patanjali Launch Coronil and Swasari:  कोरोना (Corona) संकट के बीच पतंजलि (Patanjali) ने मंगलवार को कोरोना आयुर्वेदिक किट लॉन्च की. पतंजलि का कहना है कि क्लीनिकल ट्रायल के दौरान दवा के 100 प्रतिशत नतीजे दिखाए पड़े हैं. पतंजलि का दावा है कि इससे सात दिन में 100 प्रतिशत कोरोना मरीज ठीक हुए हैं. दवा का नाम कोरोनिल और श्वासरि (Coronil और Swasari) है. कंपनी की ओर से यह दावा ऐसे समय किया गया है जब पूरी दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है और कई देश वायरस की दवा विकसित करने में जुटे हैं.  

पतंजलि के संस्थापक योगगुरु रामदेव (Ramdev) ने कहा कि दवा का नाम 'कोरोनिल और श्वासरि' है. इसे देशभर में 280 मरीजों पर ट्रायल और रिसर्च करके विकसित किया गया है. COVID-19 के किसी भी वैकल्पिक इलाज का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, यहां तक कि कई देशों द्वारा टीकों का परीक्षण किया जा रहा है. 

समाचार एजेंसी एएनआई ने रामदेव के हवाले से कहा, "पूरा देश और दुनिया कोरोना की दवा या टीके की प्रतिक्षा कर रहा है. हम पहली आयुर्वेदिक दवा की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. पतंजलि रिसर्च सेंटर और निम्स यूनिवर्सिटी के संयुक्त प्रयासों इस आयुर्वेदिक मेडिसिन को तैयार किया गया है."

रामदेव ने दावा किया, "हम आज कोरोना की दवाएं Coronil and Swasari पेश कर रहे हैं. हमने इन दवाओं के दो ट्रायल किए हैं. पहला क्लीनिकल कंट्रोल स्टडी है, जो कि दिल्ली, अहमदाबाद और अन्य कई शहरों में किए गए हैं. इसमें हमने 280 मरीजों को शामिल किया और 100 प्रतिशत मरीज रिकवर हो गए. हम कोरोना और उसकी जटितलाओं को काबू करने में सक्षम रहे. इसके साथ सभी जरूरी क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल किए गए." उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट में जयपुर की निम्स यूनिवर्सिटी उनके साझेदार है.

रामदेव ने कहा, "नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (NIMS) जयपुर की मदद से 95 मरीजों पर क्लीनिकल कंट्रोल स्टडी की गई. सबसे बड़ी बात जो इसमें निकल कर आई वो यह है कि तीन दिन में 69 प्रतिशत मरीज रिकवर हुए और पॉज़िटिव से निगेटिव हो गए हैं और सात दिनों में 100 प्रतिशत मरीज निगेटिव हो गए." 

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योगगुरु ने दावा किया कि मरीजों पर दवा का ट्रायल करने के लिए सभी जरूरी अनुमति संबंधित प्राधिकरणों या अधिकारियों से ली गई थी. 

वीडियो: पतंजलि ने लॉन्च की कोरोना किट