
झामुमो से सीएम हेमंत सोरेने के पिता शिबू सोरेन मैदान में उनकी पार्टी के 29 विधायक हैं. (फाइल फोटो)
झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों के लिए रांची में भी वोटिंग होनी है. इन चुनावों के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और बीजेपी ने अपने अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. लेकिन दो सीटों और तीन उम्मीदवारों के बीच होने वाले इस मुकाबले में अगर कोई पार्टी सबसे कमजोर मानी जा रही है तो वो है कांग्रेस. ऐसा बताया जा रहा है कि झारखंड में कांग्रेस उम्मीदवार की हार तय है. ऐसा माना जा रहा है कि अभी तक झामुमो के उम्मीदवार शिबू शोरेन और भाजपा के दीपक प्रकाश की जीत तय है. दरअसल 81 सदस्यों के सदन में दो सीटें खाली हैं. एक दुमका सीट जो कि सीएम हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद खाली हुई और दूसरी बेरमो सीट जो कि कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह की मौत के बाद रिक्त हुई. इसलिए अब प्रत्येक उम्मीदवार को 27 वोट चाहिए.
यूपीए खेमे की बात करें तो इसमें सबसे बड़े घटक झामुमो के पास अपने ही 29 विधायक हैं. इसलिए उसे कोई दिक्कत नहीं होगी. जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस के प्रत्याशी शहजाद अनवर के पास 15+2 (जेवीएम के 2 विधायक जो कांग्रेस में शामिल हो गए थे) मिलाकर 17 विधायक हैं. इसके अलावा उसे आरजेडी, एनसीपी और भाकपा माले के भी एक-एक विधायक का समर्थन है.
जबकि बीजेपी के उम्मीदवार दीपक प्रकाश के पास 25 पार्टी विधायक, एक बाबूलाल मरांडी, सुदेश महतो के दो विधायक और दो निर्दलीय जिनमें एक सरयू राय और दूसरा अन्य शामिल है. ये आंकड़ा 29 के पार पहुंच रहा है.