नजारत का नजारा वायरल: नशे में धुत नाजिर चपरासी से दबवा रहे पैर

सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली से एक तस्वीर सामने आई है जहां पर जिला अधिकारी ऑफिस के सामने नजारत में तैनात नाजिर पैर दबवाते दिखे।

Published by Ashiki Patel Published: June 19, 2020 | 11:40 am
Modified: June 19, 2020 | 11:42 am

रायबरेली: सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली से एक तस्वीर सामने आई है जहां पर जिला अधिकारी ऑफिस के सामने नजारत में तैनात नाजिर पैर दबवाते दिखे। हरदम विवादों से घिरे रहने वाले नाजिर की हरकतें जब कैमरे में कैद हुईं तो एक बार फिर नाजिर के चर्चे आम होने लगे। अपने कार्यालय में ही नशे में दिख रहे नाजिर अपने से उम्र में बड़े चपरासी से पैर दबवाने से बाज नहीं गए।

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सवालों का जवाब नहीं दे पाए

जिलाधिकारी कार्यालय के ठीक सामने स्थित नजारत में तैनात नाजिर के पैर दबाने के चर्चे आम हैं। इसके दबंगई को आखिर अधिकारी क्यों नजरअंदाज करते हैं? यह एक बड़ा प्रश्न है। हालांकि इस बार भी जिले के अधिकारी इस बावत बोलने से बचते नजर आ रहे हैं। नजारत में तैनात नाजिर पवन कुमार श्रीवास्तव अपने ही कार्यालय में पैर दबवाते दिखाई दिए। जैसे ही कैमरे की चमक उन पर पड़ी तत्काल बेंच पर लेटे नाजिर ने चपरासी को अपने से दूर कर दिया और उठ कर कार्यालय से बाहर जाने लगा। जब उससे पूछा गया कि आप ने शराब पी रखी है तो इस पर ज्यादा कुछ जवाब भी नाजिर नहीं दे पाए।

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फर्जी पास बनवाने में नाम आ चुका है

कार्यालय में तैनात चपरासी राम लखन नशे में दिख रहे नाजिर पवन कुमार का पैर दबाते हुए कैमरे में कैद हो गए। उसके बाद पूरे कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई और नाजिर तत्काल अपने एक कर्मचारी के साथ बाहर निकल गए। नाजिर का यह पहला कारनामा नहीं था। नशे में आकर कार्यालय में बैठना व काम करना पूरे कलेक्ट्रेट में चर्चा का विषय बना रहता है। इसके पहले भी कोरोना काल में पास बनवाने को लेकर यही नाजिर चर्चा में आया था। भाजपा नेता संतोष पांडेय ने भी इस पर धांधलीगर्दी का आरोप लगाया था।

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कलेक्ट्रेट में स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के ठीक सामने नजारत का भी कार्यालय है और उसी में बैठकर नाजिर अपने कार्यों को अंजाम देता है। सबसे बड़ी बात है जिलाधिकारी व सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के ठीक सामने बैठे होने के बावजूद भी वह बड़े दबंगई के साथ पैर दबाता रहा। उसे किसी अधिकारी के आने का भी भय नहीं सता रहा था क्योंकि अपने कार्यालय में बड़े दबंगई के साथ सहकर्मियों को सेट रखता है। गुरुवार को भी वह अपने इसी अंदाज में अपने चपरासी से पैर दबवाता दिखा।

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मुख्यमंत्री की मंशा के उल्टा काम

जहां एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कार्यालयों में धूम्रपान तक निषेध कर दिया है और कार्यालयों में सुचारु रूप से कार्य करने की मंशा जाहिर की है। बावजूद उसके सूबे के मुखिया के मंशा को दरकिनार कर नाजिर पवन अपने कार्यालय में ही खुलेआम पैर दबवा रहे हैं।

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कोई भी अधिकारी तैयार नहीं

इस बावत जब अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाख से बात की गई तो उन्होंने नजारत के मामले को सिटी मजिस्ट्रेट के अंडर में बताया जबकि सिटी मजिस्ट्रेट युगराज सिंह ने अपर जिलाधिकारी को ही बयान देने का अधिकारी कहा। इस तरह इस मामले पर कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। अब देखना है कि इस तरह के लोगों पर कैसे कार्रवाई होती है।

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