Coronavirus Lockdown: मुंबई से प्रवासी श्रमिकों के बाद अब कारोबार से जुड़े लोगों का पलायन!

मुंबई से लॉकडाउन में जहां मजदूरों ने पलायन किया वहीं अब मिशन बिगेन अगेन के दौरान प्रोफेशनल मुंबई छोड़कर जाने लगे हैं

Coronavirus Lockdown: मुंबई से प्रवासी श्रमिकों के बाद अब कारोबार से जुड़े लोगों का पलायन!

प्रतीकात्मक फोटो.

मुंबई:

Mumbai Coronavirus: मुंबई में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मामले क्या अब व्हाइट कॉलर लोगों को भी डराने लगे हैं? या फिर व्यवसाय में आई मंदी ने लोगों का मुंबई से मोहभंग कर दिया है? लॉकडाउन के बाद शुरू हुई उड़ानों में मुंबई से जाने वाले लोग ज्यादा हैं और आने वाले कम. मुंबई में जहां लॉकडाउन ने व्यवसाय चौपट कर दिए वहीं अब जब अनलॉक का सिलसिला शुरू हुआ तो इसके साथ कोरोना वायरस संक्रमण का कहर बढ़ता जा रहा है. मुंबई से लॉकडाउन में जहां मजदूरों ने पलायन किया वहीं अब मिशन बिगेन अगेन के दौरान प्रोफेशनल मुंबई छोड़कर जाने लगे हैं. 

GVK MIAL से मिले आंकड़ों के मुताबिक 17 जून को मुंबई एयरपोर्ट पर कुल 55 हवाई जहाजों से 6294 यात्रियों ने यात्रा की. उनमें से 4457 मुंबई से बाहर जाने वाले थे तो 1837 मुंबई आने वाले. अमूमन यही औसत हर दिन का है. रेल यात्रियों का भी यही औसत है. तो क्या प्रवासी श्रमिकों के बाद अब कारोबारी , नौकरीपेशा और अलग अलग व्यवसाय से जुड़े लोग भी पलायन कर रहे हैं?

भायंदर पश्चिम में श्याम्स सलून और स्पा के मालिक श्याम भाटिया सब कुछ बंद करके सपरिवार अपने गांव राजस्थान जा चुके हैं. श्याम भाटिया ने बताया कि ''तीन महीने हो गए बंद हुए. आज परिस्थिति इतनी गंभीर है कि ब्यूटी इंडस्ट्री से जुड़े 80 फीसदी लोग राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश अपने गांव जा चुके हैं. मैं भी राजस्थान में अपने गांव आ गया हूं.''

कई टीवी धारावाहिकों में अभिनय कर चुके मनीष चतुर्वेदी फ्लाइट शुरू होते ही मुंबई से पटना चले गए. इसकी वजह है काम बंद और बीमारी का डर. टीवी कलाकार मनीष चतुर्वेदी ने कहा कि ''जब बीमारी कंट्रोल में आ जाएगी और काम शुरू हो जाएगा तब वापस मुंबई चला जाऊंगा.''

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एलएलबी अंतिम साल में पढ़ाई कर रहे आशीष राय एक बड़े वकील के पास इंटर्नशिप कर रहे थे लेकिन लॉकडाउन से ऊबकर अब वे भी अपने गांव जाने की तैयारी में हैं.

मिशन बिगेन अगेन के तहत बाकी शहरों की तरह मुम्बई में भी दुकानें और दफ़्तर खुलने शुरू तो हुए हैं पर शर्तों और पाबंदियों के साथ...सब कुछ पटरी पर कब आएगा कहना मुश्किल है. ऊपर से कोरोना का संक्रमण रुकने का नाम नही ले रहा है. लिहाजा प्रवासी श्रमिकों के बाद अब कारोबारी और प्रोफेशनल का भी मुंबई से मोहभंग होने लगा है.