
मुंबई: भारत के सबसे उम्रदराज प्रथम श्रेणी क्रिकेटर वसंत रायजी ने शनिवार को दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने 100 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। इस साल 26 जनवरी को ही वसंत रायजी ने 100 साल पूरा किया था। उनके 100 साल पूरे होने पर सचिन तेंदुलकर और स्टीव वॉ भी उनसे मुलाकात की थी।
वसंत रायजी की फैमिली में अभी उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। दामाद सुदर्शन नानावटी ने जानकारी दी कि वह (रायजी) वृद्धावस्था की वजह से दक्षिण मुंबई के वालकेश्वर में अपने निवास पर सोते समय उनका 2.20 बजे निधन हो गया।
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वसंत रायजी का अंतिम संस्कार दक्षिण मुंबई के चंदनवाड़ी श्मशान में किया जाएगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) ने भी उनकी मौत पर शोक जताया है।
BCCI mourns the sad demise of Vasant Raiji. The former first-class cricketer and historian, who turned 100 this year in January, passed away in his sleep.https://t.co/0ywSprK93o pic.twitter.com/Z44gmP76X7
— BCCI (@BCCI) June 13, 2020
1940 के दशक में वसंत रायजी ने नौ प्रथम श्रेणी के क्रिकेट खेले इसमें 277 रन बनाए थे। उनका उच्चतम स्कोर 68 रन था। जब भारत ने दक्षिण मुंबई के बांबे जिमखाना में पहला टेस्ट क्रिकेट खेला था तब उनकी उम्र सिर्फ 13 साल थी।
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वसंत रायजी भारतीय क्रिकेट के इतिहास के गवाह थे। उन्होंने बंबई (अब मुंबई) और बड़ौदा के लिए खेला था। रायजी ने लाला अमरनाथ, विजय मर्चेंट, सीके नायडू और विजय हजारे के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर किया। उन्होंने कई किताबों को लिखा है।
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चार्टर्ड अकाउंटेंट थे रायजी
बता दें कि रायजी चार्टर्ड अकाउंटेंट थे, हालांकि वह क्रिकेट के प्रति अपने प्रेम को छोड़ नहीं सके। उन्होंने अपना डेब्यू मैच न ही मुंबई की तरफ से खेला और नाही बड़ौदा की तरफ से। उन्होंने अपना मैच क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया के लिए खेला था।