मानव संसाधन विकास मंत्री ने राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क 2020 जारी की

AMN

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज यहाँ पर उच्च शिक्षा संस्थानों की 10 श्रेणियों में “इंडिया रैंकिंग 2020” जारी की. यह रैंकिंग सभी उच्च शिक्षण संस्थानों की विभिन्न श्रेणियों में पांच मानकों के आधार पर उनके प्रदर्शन के आधार पर दी जाती है. माननीय मंत्री जी ने यह रैंकिंग वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के द्वारा जारी की जिसमें मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री संजय धोत्रे, उच्च शिक्षा अपर सचिव श्री राकेश रंजन, यूजीसी के अध्यक्ष प्रो डी.पी. सिंह, एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो अनिल सहस्रबुद्धे, एनबीए के अध्यक्ष प्रो के. के. अग्रवाल, एनबीए सचिव डॉ अनिल कुमार नस्सा और उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
यह इस रैंकिंग का का पांचवा संस्करण हैं जिसमें नौ श्रेणियों में ‘डेंटल’ डोमेन को भी जोड़ा गया है.

संस्थानों का मूल्यांकन पांच व्यापक मानकों — शिक्षण, शिक्षण और संसाधन (टीएलआर), अनुसंधान और व्यावसायिक अभ्यास (आरपी), स्नातक परिणाम (जीओ), आउटरीच और विशिष्टता (ओआई) और धारणा (पीआर) — के आधार पर होता है. इन पाँच व्यापक मानकों में से प्रत्येक के लिए निर्धारित अंकों के आधार पर रैंक निर्धारित की जाती है.

3771 संस्थानों ने रैंकिंग में शामिल होने के लिए 5805 आवेदन दिए थे. इन संस्थानों में 294 विश्वविद्यालय, 1071 इंजीनियरिंग संस्थान, 630 प्रबंधन संसथान, 334 फार्मेसी संस्थान, 97 लॉ संस्थान, 48 आर्किटेक्चर संस्थान और 1659 सामान्य डिग्री कॉलेज शामिल हैं.

ओवरआल रैंकिंग में आईआईटी मद्रास ने पहला स्थान प्राप्त किया तो वहीँ विश्वविद्यालयों की सूची में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस (बेंगलुरु) ने पहला स्थान हासिल किया. इंजीनियरिंग संस्थानों की सूची में भी आईआईटी मद्रास ने पहला स्थान प्राप्त किया. प्रबंधन संस्थानों में आईआईएम अहमदाबाद ने पहला स्थान प्राप्त किया और कॉलेजों की सूची में दिल्ली के मिरांडा हाउस को पहला स्थान प्राप्त हुआ है. फार्मेसी संस्थानों की सूची में दिल्ली का जामिया हमदर्द पहले स्थान पर है और मेडिकल संस्थानों की सूची में दिल्ली का एम्स पहले स्थान पर आया है. आर्किटेक्चर संस्थानों में आईआईटी खड़गपुर को पहला स्थान प्राप्त हुआ है, लॉ संस्थानों में नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी (बेंगलुरु) को पहला स्थान प्राप्त हुआ है और डेंटल संस्थानों में दिल्ली के मौलाना आज़ाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइंस को पहला स्थान प्राप्त हुआ है.

इस अवसर पर माननीय मंत्री जी ने कहा, “रैंकिंग किसी भी संस्थान की सापेक्ष स्थिति है. इस रैंकिंग से शैक्षिक संस्थानों को विभिन्न रैंकिंग मानकों पर अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने, अनुसंधान के क्षेत्र में कमियों को पहचाने तथा उन्हे सुधार में मदद करता है. रैंकिंग, उद्योगों और कॉर्पोरेटों को विभिन्न संस्थानों के विशिष्ट छात्रों को नियुक्त करने में भी मदद करती है. राष्ट्रीय स्तर पर संस्थानों की रैंकिंग, अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में बेहतर प्रदर्शन एवं उच्च रैंक प्राप्त करने के लिए संस्थानों के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करती है.”

“मुझे आपको यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि एमएचआरडी ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) बनाने की एक महत्वपूर्ण एवं समयोचित पहल की है, जिसका उपयोग पिछले पांच वर्षों से विभिन्न श्रेणियों में उच्च शिक्षा संस्थानों की रैंकिंग के लिए किया जा रहा है. यह वास्तव में हम सभी के लिए प्रोत्साहन का स्रोत है. इंडिया रैंकिंग के कारण उच्च शिक्षा संस्थानों ने अपने डेटा को नियमित रूप से व्यवस्थित करने का कार्य किया है. इन सभी संस्थानों ने खुद को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने का प्रयास भी किया है. मुझे यह जानकार प्रसन्नता है कि राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) ने उच्च शिक्षा संस्थानों के मूल्यांकन हेतु सभी व्यापक मापदंडों जैसे शिक्षण, अधिगम और संसाधनों, अनुसंधान और वृत्तिक अभ्यास, स्नातक परिणाम आदि सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को सफलतापूर्वक सम्मिलित किया गया है,” उन्होनें आगे कहा.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह बताते हुए हार्दिक प्रसन्नता हो रही है कि एनआईआरएफ में विशिष्ट मापदंडों को शामिल किया गया है, जैसे क्षेत्रीय विविधता, आउटरीच, महिलाओं और समाज के वंचित वर्गों का समावेश. मैं समझता हूं कि सभी मापदंडों और उप-मापदंडों को सामान्य रूप से सामान्यीकृत किया गया है, ताकि बड़े और पुराने संस्थानों को अनुचित लाभ न मिले.
माननीय मंत्री जी ने रैंकिंग में अच्छा प्रदर्शन करने वाले संस्थानों को बधाई दी और बाकी संस्थानों को अगली रैंकिंग में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया.