सैकड़ों तालाब कर रहे हैं पानी का इंतजार, करोड़ों रुपए खर्च कर हुई थी खुदाई

भीषण गर्मी का कहर हरदोई में दिख रहा है। यहां तालाब लगभग सूख चुके हैं जिसकी वजह से इंसान ही नहीं पशु-पक्षी भी परेशान हैं। पानी की कमी से ग्रामीण क्षेत्रों की हालात बद से बदतर हो गयी है लेकिन यहां के तालाबों में पानी भरवाने के लिए कोई व्य

Published by suman Published: June 10, 2020 | 10:26 pm

हरदोई:भीषण गर्मी का कहर हरदोई में दिख रहा है। यहां तालाब लगभग सूख चुके हैं जिसकी वजह से इंसान ही नहीं पशु-पक्षी भी परेशान हैं। पानी की कमी से ग्रामीण क्षेत्रों की हालात बद से बदतर हो गयी है लेकिन यहां के तालाबों में पानी भरवाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है।

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ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब खुदवाने के लिए करोड़ों रुपये का बजट खर्च किया गया है। जिससे गर्मी के मौसम में तालाबों में पानी नजर आए। सरकार की योजना मनरेगा के तहत गांवों में आदर्श तालाब खुदवाये गए थे जो तालाब गांव में पहले से खुदे थे उनका जीर्णोद्धार कराया गया। सरकार की सोच थी कि बरसात का जल इन तालाबों में संचित होगा जिससे जहां गांव का “वाटर लेवल” सामान्य रूप से ठीक रहेगा। लेकिन करोड़ों रूपये खर्च के बाद भी हालात जस के तस ही हैं।

ग्राम पंचायत स्तरीय कर्मचारियों को तालाब भरवाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन के द्वारा सौंपी गई है लेकिन ग्रामीणों इलाकों में 70 फीसदी तालाब सूखे पड़े हैं। तेज धूप और लू चलने से पेयजल संकट पैदा हो गया है और पानी के अभाव में जंगली जानवर और मवेशी प्यास के लिए भटकते हुए दिख जाते हैं।

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जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कुछ समय पहले एक बैठक की थी और उसमें संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया था कि जो गांव में तालाब हैं जहां पर पानी भराया जा सकता है वहां के तालाबों में पानी भरवाया जाए। डीएम के आदेश के बावजूद अभी तक किसी तरह का कार्य नहीं किया गया

रिपोर्टर : मनोज तिवारी