
4 मई को अखिलेश यादव ने कहा था कि उनकी पार्टी पूरी क्षमता से प्रवासी मजदूरों की मदद करेगी. (फाइल फोटो)
कोरोनावायरस लॉकडाउन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार हमलावर रुख अख्तियार करने वाले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को केंद्र से आर्थिक पैकेज को लेकर सवाल पूछा है. सपा अध्यक्ष ने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले महीने 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज के ऐलान किए जाने पर निशाना साधा है. अखिलेश यादव ने आज को अपने ट्वीट में लिखा, 'सरकार बस इतना बता दे कि 20 लाख करोड़ के तथाकथित ‘महापैकेज' में कितना ग़रीब के लिए है कितना किसान, दिहाड़ी-प्रवासी मज़दूर, छोटे व्यापारी, खुदरा कारोबारी, रेड़ी-ठेले-पटरीवाले व अन्य मजबूरों के लिए है. समाज को बाँटने मे माहिर लोग कृपया करके इस आर्थिक बँटवारे का हिसाब भी दे दें. '
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सरकार बस इतना बता दे कि 20 लाख करोड़ के तथाकथित ‘महापैकेज' में कितना ग़रीब के लिए है कितना किसान, दिहाड़ी-प्रवासी मज़दूर, छोटे व्यापारी, खुदरा कारोबारी, रेड़ी-ठेले-पटरीवाले व अन्य मजबूरों के लिए है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 6, 2020
समाज को बाँटने मे माहिर लोग कृपया करके इस आर्थिक बँटवारे का हिसाब भी दे दें. pic.twitter.com/UTsHFcetFf
अखिलेश यादव लॉकडॉउन के चलते बेरोजगार हुए प्रवासी मजदूरों की हालत, चीन और नेपाल के साथ चल रहे सीमा विवाद को लेकर भी लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर रहे हैं. 1 मई को NDTV से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने कोरोना संकट का पहले ताली और थाली बजाकर फायदा उठाने की कोशिश की लेकिन बाद में इन्हें लॉकडाउन का सहारा लेना पड़ा. उन्होंने कहा कि BJP को गरीबों की संवेदना के बारे में समझना चाहिए. बिना किसी तैयारी की वजह से लॉकडाउन ने गरीबों का बहुत नुकसान किया है. उन्होंने कहा कि जिस तरीके की तस्वीरें हमने लॉकडाउन के दौरान देखी, ऐसा कभी नहीं देखा गया था. लोग पैदल, अपना सामान और परिवार लिए सैकड़ों मीलों का सफर तय कर रहे थे. कई गरीबों की रास्ते में ही मौत हो गई.