
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछे सवाल
खास बातें
- बिहार में प्रवासी श्रमिकों को लेकर सियासत
- तेजस्वी यादव ने खुद लगाया पोस्टर
- सीएम नीतीश कुमार से पूछे सवाल
बिहार में एडीजी विधि व्यवस्था (लॉ एंड ऑर्डर) अमित कुमार के एक पत्र के कारण राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है. इस पत्र में उन्होंने सभी जिलों के एसपी को इस बात के सतर्क रहने के लिए कहा है कि इतनी बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों के वापस आने से विधि व्यवस्था ख़राब हो सकती है. बाद में इस चिट्ठी को वापस ले लिया गया. बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसे लेकर राज्य की नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उनसे कुछ सवाल पूछे हैं. तेजस्वी यादव ने आरजेडी कार्यालय के बाहर बैनर लगाया है, जिसमें सवाल लिखे हुए हैं.
बैनर में लिखा है- "नीतीश सरकार बताएं? उन्हें बिहारी श्रमिक गुंडे क्यों दिखे? उन्हें बिहारी श्रमवीर अपराधी क्यों लगे? उन्होंने मजदूर भाइयों को लुटेरा क्यों कहा? श्रमिकों को रोजगार से इनकार क्यों किया? बेरोजगारों का अपमान क्यों किया?"
तेजस्वी ने कहा कि इस चिट्ठी के डीएनए में खोट है. यह विभाग का पत्र नहीं है यह नीतीश जी की अंतरात्मा की उपज है. यह अमानवीय है और बिहार के गरीबों का मजाक उड़ा रहा है. इसलिए सरकार के दिल में क्या है यह सबके सामने आ गया है. नीतीश जी प्रवासी और गरीबों से माफी मांगनी होगी.
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कल भी इस मुद्दे पर एक संवाददाता सम्मेलन किया और राज्य सरकार से पूछा कि आखिर क्यों ऐसा पत्र जारी हुआ और वापस लिया गया.
बिहार के कटिहार में प्रवासी श्रमिकों पर हुआ लाठीचार्ज भी अब एक राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि एक तरफ़ नीतीश कुमार "प्रवासी" शब्द की नैतिकता पर उपदेश देते हैं और दूसरी तरफ़ अपना असली रंग दिखाते हुए श्रमवीरों को लाठी से पिटवाते है, पैदल चलने पर मजबूर करते है.